बीएचयू एक बार फिर छात्र आंदोलन की ओर, बढ़ने लगी सिंह द्वार और परिसर में गतिविधि
बीएचयू में रात भर चला छात्र छात्राआें का धरना एक बार फिर सुबह से ही शुरू हो चुका है। सुबह होते ही सफाई कर्मी जब बीएचयू गेट पर झाड़ू लगाने पहुंचा तो कई छात्र प्लास्टिक बिछा कर सोए हुए नजर अाए। कुछ छात्रों ने वहां झाड़ू लगाने से सफाई कर्मी को मना करते हुए कहा कि वे खुद सफाई कर लेंगे। प्रदर्शन के दौरान रात भर वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। हालांकि सिंहद्वार के दोनों तरफ के छोटे गेट से वाहनों की आवाजाही जारी रही। चार पहिया व एम्बुलेंस भी इसी गेट से पास कराए गए।
वहीं डैमेज कंट्रोल के लिए बीएचयू में गर्ल्स हॉस्टल के साइंस की छात्राओं के हॉस्टल्स में विवि प्रशासन ने ताला लगा रखा है और इधर लंका गेट पर लगातार प्रदर्शन जारी है। किसी को बहुत जरुरी होने पर इस लिखित शर्त के साथ बाहर आने दिया जा रहा है कि वो विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं लेंगी। वहीं प्रदर्शन स्थल कि आस-पास रुकेंगी नहीं, अपना काम खत्म करके सीधे हॉस्टल वापस आ जाएंगी। यह सूचना वायरल होने के बाद हास्टल में छात्राओं के बीच रोष है।
दूसरी ओर सुरक्षा कारणों से ट्रक, बस व ट्रैक्टर को सीरगेट से परिसर में जाने की छूट दे दी गई है। विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार जब तक मेन गेट पर छात्रों का धरना चलेगा सीरगेट सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन के लिए खुला रहेगा जिससे मरीजों व आम लोगों को अस्पताल व विवि परिसर में जाने में कोई परेशानी न हो। सुबह छात्रावास के कई छात्र फ्रेश होने के लिए भी निकल गए हालांकि उनके सहयोगियों ने बताया कि थोड़ी देर में वह भी आ जाएंगे और जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा छात्रों की भीड़ बढ़ेगी। दूसरी ओर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस व प्राक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी रातभर मौके पर डटे रहे।
रात भर शांतिपूर्ण ढंग से जारी प्रदर्शन के बीच सुबह होते ही सिंहद्वार पर छात्र दोबारा सक्रिय हो गए और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिए। ढपली बजा कर छात्रों ने प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग की और इस मामले में वीसी से जल्द कार्रवाई की गुहार लगाई। रात भर प्रदर्शन के बाद सुबह छात्राएं गेट से छात्रावास की ओर चली गईं मगर छात्रों ने इस दौरान गेट पर पोस्टर बैनर लगाकर आंदोलन को और मुखर किया। वहीं दूसरी ओर सुरक्षा कारणों से सुरक्षा कर्मियों को भी विवि प्रशासन की ओर से सिंह द्वार पर केंद्रित कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन बैक फुट पर
छात्रों के एक बार फिर से आंदोलित होने के बाद विवि प्रशासन दोबारा बैकफुट पर नजर आ रहा है। पूर्व में भी लाठियों के बल पर छात्र आंदोलनाें को कुचलने वाला विवि प्रशासन इस बार फूंक फूंककर कदम रख रहा है। रात भर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने बुझाने की कोशिश की। वहीं पीआरओ-बीएचयू डॉ राजेश सिंह ने कहा कि छात्र-छात्राओं की मांग पर विचार किया जाएगा। छात्र धरना प्रदर्शन समाप्त करें। प्रोफेसर चौबे मामले में उनकी बात को एग्जीक्यूटिव काउंसिल में पहुंचाया जाएगा।