टिकटॉक वीडियो बनाने वाला शख्स चढ़ा होटल की छत पर, देने लगा आत्महत्या की धमकी
हरिनगर थाना क्षेत्र में संदीप उर्फ अरमान मलिक नामक शख्स डीडीयू अस्पताल के पीछे स्थित एक होटल की छत पर चढ़ गए और कूदकर जान देने की धमकी देने लगे। मामले की जानकारी फौरन होटल प्रबंधन ने पुलिस को दी। मामले की गंभीरता को समझकर मौके पर फौरन पुलिस व दमकल की टीम संदीप को समझाने में जुट गई। करीब तीन बजे से संदीप को समझाने बुझाने का कार्य देर रात तक जारी रहा। इसके बाद उसे उतारा गया। बताया जा रहा है कि संदीप के टिकटॉक पर काफी फॉलोअर हैं।
पुलिस के अनुसार, करीब तीन बजे होटल की आठवीं मंजिल की छत पर जाकर संदीप नीचे कूदने की धमकी देने लगे। इसके बाद उनकी पत्नी व होटल के कर्मचारी उन्हें समझाने का प्रयास करने लगे, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। वे कह रहे थे कि अब जीने का कोई फायदा नहीं है। एक साजिश में उन्हें फंसाया गया है, वे जिंदा रहेंगे तो पुलिस उन्हें पकड़ लेगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार एक सुसाइड नोट इमारत के नीचे मिला है, जिसपर संदीप ने लिखा है कि वे पूरे होश में है और सुसाइड नोट लिख रहे हैं। सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार एक लड़की व उसकी दो बहनों को बताया है।
उन्होंने दुष्कर्म के एक मामले का हवाला देते हुए कुछ लड़कियों पर फंसाने की बात लिखी है, साथ ही लिखा है कि लड़की ने कोर्ट में सारे बयान झूठे दिए हैं। पुलिस के अनुसार होटल वालों से पता चला है कि संदीप एक महिला के साथ यहां ठहरे थे। उन्होंने अहमदाबाद से दिल्ली आने की बात कही थी। तीन बजे संदीप अपनी पत्नी को कमरे में छोड़कर छत पर चले गए और काफी देर बाद जब वे नहीं लौटे तब पत्नी छत पर गई और देखा कि वे रेलिंग पर लटक रहे हैं। इसके बाद उन्होंने होटल कर्मियों को मामले से अवगत कराया।
दिया जा रहा पानी
संदीप काे समझाने के लिए उनके परिजन व पुलिसकर्मी जुटे हैं। छत पर उन्हें पीने को पानी दिया जा रहा है। उनसे बात कर समझाने की कोशिश जारी है। लेकिन जैसे ही कोई नजदीक जाने की कोशिश करता है तो वह कूदने की धमकी देते हुए रेलिंग पर चढ़ जाते हैं।
भीड़ से परेशान रही पुलिस
जैसे ही आसपास के इलाके में इस घटना की बात फैली, लोगों की भीड़ होटल के आसपास इकट्ठी होनी शुरु हो गई। भीड़ बढ़ता देख पुलिस ने रोड बंद कर दिया। साथ ही लोगों को समझाने में जुट गई कि वे सड़क पर जमा न हो। लोग संदीप की वीडियो बनाने लगे। एक समय भीड़ इतनी बढ़ गई कि मौके पर दमकल की गाड़ियों काे पहुंचने में भी दिक्कत हो रही थी। दिन ढलने के बाद भी जब लोगों की भीड़ कम नहीं हो रही थी तब होटल की लाइट को बंद कर दिया गया ताकि लोगों को दूर से कुछ भी नहीं नजर आए। रात करीब सवा दस बजे तक पुलिस लोगों को समझाने में जुटी रही।