बहुत हैं गिलोय के फायदे लेकिन जान लें इसके नुकसान भी

गिलोय एक लोकप्रिय पौधा है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में कई तरह की शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है. इसके बारे में आपने अब तक फायदे ही जाने होंगे लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें लोग नज़रअंदाज़ किये बैठे हैं. इसमें एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑर्थरिटिक और एंटीऑक्सिडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे पाचन से संबंधित समस्याएं, इंफ्लेमेशन या सूजन, रक्त शोधन (blood purification) और दर्द आदि से छुटकारा दिलाता है. इसका इस्तेमाल अक्सर लोग डेंगू, स्वाइन फ्लू को खत्म करने के लिए भी करते हैं. इसी के साथ हम आपको बताने जा रहे हैं इसके कुछ नुकसान. 

कब्ज की समस्या
वैसे तो गिलोय पाचन स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में काफी प्रभावी होता है, लेकिन कभी-कभी पेट को यह नुकसान भी पहुंचाता है. इसका सेवन आप चाहे जैसे भी करें, इससे कब्ज की समस्या हो सकती है.

पेट संबंधित रोग में ना करें सेवन
किसी भी तरह का पेट से संबंधित कोई समस्या हो, तो गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए. गिलोय अपच की समस्या को बढ़ा सकता है. अपच के कारण पेट में दर्द और मरोड़ की शिकायत हो सकती है.

ब्‍लड शुगर का स्‍तर को करे प्रभावित
गिलोय स्वास्थ्य के लिए विभिन्न कारणों से अच्छा होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह समान रूप से हानिकारक भी होता है. जिन लोगों को रक्त शर्करा के स्तर से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें पूरी तरह से इस हर्ब के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को और भी ज्यादा प्रभावित कर सकता है. गिलोय रक्त शर्करा के स्तर को काफी कम कर देता है. ऐसे में आपको लो ब्लड शुगर लेवल होने से कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के होने का खतरा पैदा हो सकता है.

ऑटोइम्‍यून डिसऑर्डर
शरीर में इम्यून सिस्टम को हमेशा मजबूत बनाए रखना चाहिए ताकि आप गंभीर रोगों से बचे रहें. लेकिन जब यह अधिक सक्रिय हो जाए, तो खतरनाक भी होता है. गिलोय कई बार इम्यून सिस्टम को अधिक उत्तेजित कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के लक्षण जैसे कि ल्यूपस, मल्टीपल स्केलेरोसिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस हो सकते हैं.

प्रेग्नेंसी 
गर्भावस्था में या फिर स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गिलोय का सेवन कम करना चाहिए. इससे शरीर पर नकारात्‍मक असर पड़ता है. सर्जरी हुई है या सर्जरी करवानी है, तो भी इसे इस्तेमाल करने से बचें. इससे ब्‍लड शुगर प्रभावित होता है. ऐसे में सर्जरी का घाव सूखने में काफी परेशानी या समय लग सकता है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि गिलोय का रक्त शर्करा के स्तर पर कुछ अवांछित दुष्प्रभाव होते हैं, जो सर्जरी के दौरान और बाद में रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है.

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