एक तुर्की है कि मानता ही नहीं, मायूस होकर राष्ट्रपति ट्रंप ने लिखा ये खत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने तुर्की के समकक्ष रेसेप तैयब एर्दोगन को इस बार पत्र लिखकर चेतावनी दी है। उन्होंने पत्र में लिखा ‘मुर्ख मत बनो.. होश में आ जाओ.. वरना सजा भुगतने को तैयार रहो।’ ट्रंप ने तुर्की के राष्ट्रपति को उस वक्त खत लिखा है जब कल यानी बुधवार को रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने फोन करके इरदुगान को सीरिया संघर्ष सुलझाने की नसीहत दी है। इस बाबत उन्होंने मॉस्को आने का न्यौता भी दिया।
आखिर ट्रंप ने तुर्की में अपने समकक्ष को क्या लिखा..
इस पत्र में उन्होंने कहा है कि ‘तानाशाह की तरह कठोर बनने की कोशिश मत करो, वरना बर्बाद हो जाओगे।’ ट्रंप ने आगे कहा कि ‘आप अपने लक्ष्य को मानवीय तरीके से हासिल करो। वरना यह इतिहास आपको शैतान के रूप में याद करेगा। कठोर और जटिल आदमी मत बनो मुर्ख मत बनो।’ उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैं आपसे फोन पर भी बात करूंगा। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है चलो एक अच्छा सौदा करते हैं।
आप हजारों लोगों के कत्लेआम के लिए जिम्मेदार नहीं होना चाहते और मैं तुर्की की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का जिम्मेदार नहीं होना चाहता हूं। ट्रंप ने कहा कि दुनिया काे निराश नहीं करें। यह वक्त है आप एक महान सौदा कर सकते हैं। जनरल मजलूम आप से वार्ता करने को राजी है वह रियायतें देने को भी तैयार हैं। दुनिया को निराश न करें। आप एक महान सौदा कर सकते हैं। जनरल मजलूम आपके साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं, और वह रियायतें देने के लिए तैयार हैं जो उन्होंने कभी नहीं बनाया होगा।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की पहल
बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीरिया-तुर्की संघर्ष को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान से फोन पर बात की। उन्हाेंने संघर्ष विराम के समाधान के लिए तुर्की के नेताओं को माॅस्को आने का निमंत्रण दिया है। रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि तुर्की की राष्ट्रपति ने पुतिन का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। खास बात यह है कि क्रेमलिन की यह पहल उस समय सामने आई है, जब कई अमेरिका समेत कई यूरोपीय देशों ने तुर्की पर प्रतिबंध लगा रखा है। एेसे में रूसी राष्ट्रपति की यह पहल मायने रखती है। रूसी राष्ट्रपति ने फोन पर कहा कि क्षेत्र में शांति जरूरी है। उन्होंने तुर्की सेना और सीरियाई सशस्त्र बलों की इकाइयों के बीच टकराव को रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया।
एक लाख 60 हजार लोगों ने किया पलायन
सैन्य अभियान के चलते 1.60 लाख लोगों का पलायन संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, उत्तरी सीरिया में पिछले एक हफ्ते से जारी तुर्की के सैन्य अभियान में अब तक दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं, जबकि करीब एक लाख 60 हजार लोगों ने पलायन किया है।
सीरिया से वापस लौटेंगे एक हजार अमेरिकी सैनिक
अमेरिका युद्ध प्रभावित सीरिया में तैनात अपने करीब एक हजार सैनिकों को आगामी कुछ हफ्तों में वापस बुला लेगा। इन सैनिकों की वापसी उत्तरी सीरिया में कुर्द बलों पर तुर्की के सैन्य अभियान के बीच होने जा रही है। ट्रंप ने पिछले हफ्ते सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का एलान किया था।