पाक के राजनयिक मुनीर अकरम ने देश के नए स्थाई प्रतिनिधि के रूप में संभाला पदभार….
पाकिस्तान के राजनयिक मुनीर अकरम ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में देश के नए स्थाई प्रतिनिधि के रूप में पदभार संभाला। 74 वर्षीय अकरम ने निवर्तमान दूत मालीहा लोधी की जगह ली है, जो फरवरी 2015 से इस पद पर कार्यरत थीं। अकरम ने यह पद ऐसे समय में संभाला है जब उनका पाकिस्तान में काफी विरोध हो रहा है।
अकरम ने जियो न्यूज के हवाले से कहा, ‘मैं ऐसे समय में संयुक्त राष्ट्र में इस पदभार को संभालने जा रहा हूं जब पाकिस्तान को पूर्व और पश्चिम में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन चुनौतियां हमेशा अवसरों को साथ लेकर आती हैं।’
अकरम को पद से हटाना की मांग
उन्होंने यह पद ऐसे समय में संभाला है जब गुरुवार को उनके खिलाफ पाकिस्तान के सिंध हाई कोर्ट में वीमेन्स एक्शन फोरम (WAF) द्वारा एक याचिका दायर की गई है, जिसमें अकरम को पद से हटाना की मांग गई और उनकी नियुक्ति को ‘अवैध और गैरकानूनी’ बताया गया है।
अकरम के खिलाफ घरेलू शोषण के आरोप
इससे पहले कई महिला अधिकार के काम करने वालीं संस्थाओं ने अकरम की नियुक्ति का विरोध किया है। इस याचिका में अकरम के खिलाफ घरेलू शोषण के आरोपों का उल्लेख किया गया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टों का हवाला देते हुए, डब्लूएएफ ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी राजनयिक एक घरेलू हिंसा की घटना में एक महिला के साथ मारपीट करने में शामिल थे।
भारत विरोधी हैें अकरम
अकरम ने इससे पहले 2002 से 2008 के बीच छह साल तक संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में काम किया था।अकरम को भारत विरोधी माना जाता है।
इमरान के UNGA बैठक से लौटने के बाद हुई नियुक्ति
उनकी नियुक्ति पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिका से लौटने के बाद हुई, जहां वो संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74 वें सत्र में भाग लेने गए थे। बता दें कि भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान लगातार कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की नाकाम कोशिश कर रहा है।
मलीहा लोधी ने भुगता खामियाजा
इस दौरान भी इमरान ने यह कोशिश की और भारत के खिलाफ काफी जहर उगला। हालांकि, उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली और इसका खामियाजा मलीहा लोधी को भुगतना पड़ा। कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की विफलता के चलते लोधी को इस पद से हटाया गया।