राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को रामचंद्र पूर्वे की जगह बनाया पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष

राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को रामचंद्र पूर्वे की जगह पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। पांच बार लगातार राजद के प्रदेश अध्यक्ष रहे रामचंद्र पूर्वे की जगह अब वो राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालेंगे। जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर तेजप्रताप ने बड़ा बयान दिया है और कहा कि 2020 में तेजस्वी को हस्तिनापुर की गद्दी पर बिठाना है इसके लिए जगदानंद सिंह जरूरी हैं।

लंबे अर्से बाद राजद दफ्तर पहुंचे तेजप्रताप, कही ये बात…

मंदिरों और धर्म स्थलों का भ्रमण कर पटना पहुंचे तेजप्रताप यादव लंबे अर्से बाद राजद कार्यालय पहुंचे और एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी और हमारे बीच कोई सत्ता संघर्ष नहीं है और जो लोग ये कहते हैं कि हम तेजस्वी से राजनीति में पिछड़ गए हैं, वो गलत बात बोलते हैं। वो मेरा अर्जुन है और उसे राजगद्दी पर बैठाना ही है।

इसके साथ ही तेजप्रताप यादव ने सक्रिय राजनीति से अपनी दूरी के बारे में अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि दरअसल हम कोर्ट और केस के चक्करों में ऐसे फंसे हैं कि इससे मेरे राजनीतिक जीवन पर भी असर पड़ा है, लेकिन 2020 से पहले हम हर लड़ाई के लिए तैयार हो जाएंगे।

रामचंद्र पूर्वे को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने की कहीं ये वजह तो नहीं

वैसे तो रामचंद्र पूर्वे को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने की कई बड़ी वजहें सामने आ रही हैं, लेकिन इन सबके बीच एक वजह ये भी कहा जा रहा है कि लालू यादव के दोनों बेटों-तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच की दूरी को कम करने के लिए भी ये कदम उठाया गया हो। हालांकि जितने मुंह उतनी बातें सामने आ रही हैं, लेकिन राजद नेता तेजप्रताप यादव ने इसे लेकर बड़ी बात कही है।

तेजप्रताप यादव ने कहा कि रामचंद्र पूर्वे जी हमारे अंकल हैं, उनसे मेरा कोई मतभेद नहीं है। कोई भतीजा अपने चाचा से नाराज हो सकता है क्या? आज वो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नहीं रहे, इसका मतलब ये भी नहीं कि रामचन्द्र पूर्वे जी ने पार्टी के लिए कोई काम नहीं किया है। उन्होंने अपने कार्यकाल में पार्टी को अच्छी तरह से संभाला है।

तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह की खूब की तारीफ

तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर कहा, पार्टी में अगर कोई बदलाव हुआ है तो जाहिर है पार्टी को इससे फायदा ही पहुंचेगा। वे हमारे अभिभावक भी है साथ में एक मजबूत और जुझारू नेता भी हैं। साथ में वो हमारे पितातुल्य भी हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी यकीनन और उचाईयों पर जाएगी।

गौरतलब है कि जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का औपचारिक ऐलान 27 नवंबर को होना है। बताया जा रहा है कि ये फैसला लालू यादव ने खुद लिया है। दरअसल इसके पीछे वजह है कि जगदानंद सिंह हमेशा विवादों से दूर रहे हैं और पार्टी के भीतर सभी गुटों द्वारा सम्मानित हैं। इतना ही नहीं लालू प्रसाद द्वारा पार्टी की स्थापना के बाद से वे उनके साथ हैं।

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