Bihar Judicial Exam Resultबिहार के होनहारों ने न्यायिक सेवा की परीक्षा में जिलों का किया नाम रोशन
BPSC Bihar Judicial Exam Result: बिहार के होनहारों ने न्यायिक सेवा की परीक्षा में जिलों को नाम रोशन किया। इसमें जहां जमुई से नाइट गार्ड के बेटे ने बाजी मारी, वहीं पटना में गौरव ने तीसरा स्थान लाकर पटना का नाम रोशन किया। तो दूसरी ओर, नालंदा की एक बहू ने इसमें सफलता हासिल कर अपने ससुरालवालों को गौरवान्वित किया।
पटना के गौरव को मिला तीसरा स्थान
बीपीएसएसी की ओर से न्यायिक सेवा परीक्षा ली गई थी। इसमें पटना के गौरव ने तीसरा स्थान लाया। मात्र 26 वर्ष का है गौरव। उसकी इस सफलता पर उनके माता-पिता समेत पूरा मुहल्ला गौरवान्वित है और उस पर फ़ख़्र कर रहा है। गौरव दो भाई और दो बहन हैं। गौरव का बड़ा भाई आइआइटीयन है तो बहन बैंक में मैनेजर के पद पर काम कर रही है। दूसरी बहन भी एमबीए है और मल्टी नेशनल कंपनी में जॉब कर रही है। गौरव के पिता समस्तीपुर रेलवे में वरीय डीपीओ के पद पर पोस्टेड हैं। वर्ष 2009 में गौरव ने पटना के डीपीएस स्कूल से 10वीं की परीक्षा पास की, जबकि उसने 2011 में शिवम स्कूल से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी से लॉ की परीक्षा पास की।
नालंदा में बहू बनी जज, ससुराल वालों का सपना किया साकार
बहू भी बेटी होती है और बेटियां बेटों से किसी भी मामले में कम नहीं होतीं, बशर्ते समाज इस बात को समझे और उसी अनुसार व्यवहार करे। इसी बात को नालंदा के नूरसराय प्रखंड के सकरौढा गांव निवासी बृज किशोर सिंह के परिवार ने समझा और आज इस परिवार की बहू जज बनने में कामयाब रही। गेसू ने पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज से मास्टर की डिग्री हासिल की है। 30 वीं न्यायिक सेवा परीक्षा का रिजल्ट आया, तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। इसमें गेसू का रैंक सूबे में 18वां है। इस तरह गेसू ने जज बनकर अपना ही नहीं, बल्कि मायके और ससुराल वालों का भी सपना साकार कर दिया है। पति अवनीश आनंद के सहयोग से पत्नी गेसू ने ससुराल व मायके के बीच कुछ इस तरह सामंजस्य बैठाया कि वह इस परिवार की बेटी बन गई। सास सिया देवी व ससुर बृज किशोर सिंह ने गेसू की सफलता पर कहा कि यह मेरी बहू नहीं बेटी है।
गेसू ने बताया कि जब वह लॉ कर रही थी, तभी पिता मुकुल कुमार का निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी। मां रीता अवस्थी व पति अवनीश ने हौसला दिया तो प्राइवेट नौकरी से लंबा अवकाश लिया और दुबारा लॉ कॉलेज से पढ़ाई पूरी की। इसके बाद ज्यूडिशियरी सर्विस की तैयारी की और पहले प्रयास में ही सफल रही। पति मेरे मेंटर हैं। उन्होंने नौकरी व फैमिली के बीच जिस तरह समय निकालकर मुझे सपोर्ट किया, वह काबिलेतारीफ है। गेसू बताती हैं कि बचपन से ही शौक था कि जज बनूंगी और लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए काम करूंगी। पटना सेंट्रल स्कूल से 10 वीं व 12 वीं की पढ़ाई पूरी की। लॉ कॉलेज में पढ़ाई के दौरान दो साल पहले शादी हुई, मगर फिर भी जज्बा कायम रहा। उन्होंने कहा कि दुनिया में असंभव नाम की कोई चीज नहीं है।
जमुई में नाइट गार्ड के बेटे ने लहराया परचम
नाइट गार्ड की नौकरी कर मामूली तनख्वाह में पारिवार की गाड़ी खींचने वाले मनोहर सिंह के पुत्र ने अनीश कुमार सिंह ने बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में परचम लहराया है। दृढ़ निश्चय और लगन के बलबूते अनीश ने न्यायिक सेवा परीक्षा में सातवां स्थान हासिल किया। आर्थिक विपन्नता के कारण उसने मैट्रिक तक की शिक्षा एक रिश्तेदार के घर पर रह कर पूरी की। विपन्नता से संघर्ष कर सफलता हासिल करने के बाद वह इलाके के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। अनीश बरहट प्रखंड के लभेद निवासी मनोहर सिंह के सबसे बड़े पुत्र हैं। घर की माली हालत ठीक नहीं होने के कारण मनोहर दिल्ली में नाइट गार्ड की नौकरी करते हैं। अनीश की सफलता पर माता गुड्डी देवी सहित चाचा सुशील कुमार सिंह फूले नहीं समा रहे हैं। चाचा के घर पर रहकर ही अनीश ने मैट्रिक तक की पढ़ाई की थी। असफलता व समस्या से डटकर मुकाबला करने की सीख ने अनीश को मानसिक रूप से काफी मजबूत बना दिया। अब गांव के छात्र अनीश को आदर्श मानकर पढ़ाई में जुट गए हैं।