अमृतसर के ब्यास इलाके में 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में गुस्साए लोग धरने पर बैठे…
अमृतसर के ब्यास इलाके में 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में अभिभावकों और आसपास के गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा हैैै। गुस्साए लोग सोमवार सुबह ही सेक्रेड हार्ट स्कूल के बाहर जमा हो गए और धरने पर बैठ गए। वहीं, कुछ लोगों ने Amritsar-Jalandhar Highway भी जाम कर दिया। जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं।
लोगों का आरोप है कि आरोपित छात्र पर कार्रवाई करने के बाद पुलिस को स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए I इस बीच, पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों की नारेबाजी के बीच एसएसपी अमृतसर ग्रामीण विक्रमजीत दुग्गल पहुंचे हैैं। वह लोगों को धरने से उठने के लिए मना रहे हैं।
गुस्साए लोगों ने रविवार को ही धरने की योजना बना दी थी। इसके कारण स्कूल प्रबंधन ने स्कूल को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा कर दी थी। उधर, ब्यास पुलिस ने पकड़े गए नाबालिग आरोपित को रविवार शाम अदालत में पेश किया। पुलिस की तरफ से रिमांड नहीं मांगे जाने पर अदालत ने आरोपित को बाल सुधार गृह भेज दिया है।
ये है मामला
शुक्रवार को थाना ब्यास के सेक्रेड हार्ट स्कूल के नौवीं कक्षा के 15 वर्षीय छात्र ने दूसरी कक्षा में पढऩे वाली सात साल की बच्ची के साथ स्कूल परिसर में ही दुष्कर्म किया था। पुलिस ने के दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। पीडि़त बच्ची के परिजनों के अनुसार उन्हें बच्ची को सुबह करीब आठ बजे स्कूल छोड़ा था। करीब दो घंटे बाद स्कूल से फोन पर उन्हें सूचना दी गई कि उनकी बच्ची रो रही है। जब वह स्कूल पहुंचे तो बच्ची ने बताया कि स्कूल के एक छात्र ने उसके साथ दुव्र्यवहार किया है। वह बच्ची को घर ले आए। कुछ देर बाद बच्ची ने मां को दुष्कर्म के बारे में सारी बात बता दी। पहले स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबाने की कोशिश की, परंतु पीडि़त बच्ची के परिजन मामले को पुलिस तक ले गए।
स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को भेजा मैसेज
स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चों के पेरेंट्स को जो मैसेज भेजा गया है। इसमें लिखा गया है कि शुक्रवार को स्कूल में हुए अफसोसनाक घटनाक्रम को लेकर बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का निर्णय प्रबंधन ने लिया है। अगले आधिकारिक मैसेज आने तक स्कूल बंद रहेगा। स्कूल प्रबंधन इस घटना से आहत है। पेरेंट्स सोशल मीडिया पर चल रही गलत खबरों को लेकर आक्रोशित न हों। स्कूल प्रबंधन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। प्रबंधन आपसे सहयोग की अपील करता है।