चंडीगढ़ में पीजी में घुसकर दो छात्र नेताओं की गोली मारकर कर दी हत्या…

पीजी में घुसकर दो छात्र नेताओं की बुधवार देर रात करीब 10.20 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात शहर के सेक्टर-15डी में मकान नंबर 3556 स्थित पीजी में हुई। मरने वालों में एचएसए छात्र नेता हरियाणा के जींद निवासी अजय और गोहाना (सोनीपत) निवासी विनीत शामिल हैं। वारदात को हथियारबंद चार हमलावरों ने अंजाम दिया। उन्होंने छात्र नेताओं पर आठ गोलियां दागी। हमले के बाद हत्यारे गाड़ी में बैठकर गन लहराते हुए फरार हो गए । दोनों छात्र नेता हिंदुस्तान स्टूडेंट एसोसिएशन (एचएसए) से जुड़े थे।

दोनों छात्रों को गंभीर हालत में पीजीआइ पहुंचाया गया। मगर वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस पीजी में उनके साथ रह रहे एक छात्र को राउंडअप कर पूछताछ कर रही है। पुलिस की प्राथमिक जांच में हत्या की वजह छात्र राजनीति से जुड़ी रंजिश बताई जा रही है। अजय सेक्टर 32 एसडी कॉलेज और विनीत सेक्टर 11 के गवर्नमेंट कॉलेज का छात्र था। दोनों की उम्र करीब 20 से 22 वर्ष के करीब थी। जैसे ही वारदात की सूचना मिली सेक्टर 11 थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस पीजी के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

चार दिन पहले ही पीजी में रहने आए थे दोनों छात्र नेता

दोनों छात्र मकान नंबर 3556 में 3 से 4 दिन पहले ही रहने के लिए आए थे। दोनों मकान के दूसरे फ्लोर पर बने कमरे में अपने एक दोस्त मोहित के साथ रह रहे थे। रात करीब 10 बजे अचानक से हमलावरों ने उनका दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोलने पर वे अंदर आ गए। अंदर आते ही चारों ने अजय और विनीत पर ताबड़तोड गोलियां चलानी शुरू कर दी। वहीं मोहित अपनी जान बचाते हुए छिप गया।

अजय को 5 और विनीत को सिर में लगी एक गोली

चारों हमलावरों की ओर से की गई फायरिंग में अजय को 5 और विनीत को एक गोली सिर में लगी। अजय को दो गोलियां चेस्ट पर, एक सिर पर, एक बाजू और एक पांव पर लगी । वहीं विनीत को एक गोली सिर पर लगी। उधर, पुलिस ने मौके से सुबूत और ब्लड सैंपल जांच के लिए इकट्ठा किए हैं।

पुलिस को शक, वारदात में हो सकता है मोहित का हाथ

पुलिस दोनों युवकों के दोस्त मोहित को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस को मोहित के इस वारदात में शामिल होने का शक है कि आखिर क्यों चारों आरोपितों ने एक भी गोली मोहित को नहीं लगी है।

हार्डकोर क्रिमिनल का गढ़ बना चंडीगढ़

यूटी स्मार्ट पुलिस के वी केयर फॉर यू के दावों को धता साबित करते हुए अपराधी आए दिन अवैध गन के साथ हत्या और लूट की वारदात कर रहे हैं। हार्डकोर क्रिमिनल के अलावा छात्र राजनीति से जुड़े अपराधी प्रवृति के लोगों के लिए चंडीगढ़ में वारदात करना सॉफ्ट टारगेट बन गया है। सेक्टर 15 डी में एचएसए के छात्र नेताओं की गोली मारकर हत्या से पहले भी शहर में इस तरह की कई वारदातें हो चुकी हैं।

चार सितंबर को गैंगवार में अपने भाई मोहित मोर की हत्या का बदला लेने के लिए हरियाणा में सRिय बॉक्सर गैंग के सरगना विकास मोर ने साथी गुरमीत सिंह, अमित ग्रोवर और एक मुखबीर साथी की निशानदेही पर सेक्टर-17 बस स्टैंड पार्किग में दिनदहाड़े दो युवकों को पांच गोलियां मारी थी। जिसके बाद तेजिंदर की मौके पर मौत हो गई और साथी संदीप घायल हो गया था। इससे पहले आरोपित 14 सितंबर को जींद के नरवाना में मनीष और जसवंत की गोली मारकर हत्या कर फरार चल रहे थे। यूटी पुलिस ने तीन आरोपितों गैंगस्टर विकास मोर, गुरमीत सिंह व अमित ग्रोवर को गिरफ्तार किया था।

सितंबर में हुई थी प्रॉपर्टी डीलर सोनू शाह की हत्या

29 सितंबर 2019 को बुडैल स्थित ऑफिस के अंदर घुसकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों ने प्रॉपर्टी डीलर सोनू शाह पर ताबड़तोड़ 10 गोलियां चला कर हत्या कर दी थी। गैंगवार करने वाले हार्डकोर क्रिमिनलों (गैंगस्टर्स) के लिए ट्राईसिटी पनाहगार साबित हुई है। पिछले दो साल में सबसे ज्यादा गैंगस्टर्स के चंडीगढ़ में ठिकाना बनाकर रहने के मामले सामने आ चुके हैं। चंडीगढ़ पुलिस सहित मोहाली-पंचकूला पुलिस और इनकी सीआइडी-इंटेलिजेंस विंग फेल साबित हो रही है।

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