अगर आप भी रात में लेना चाहते अच्छी और गहरी नींद तो अपनाये ये उपाय

कईं लोग तो अच्छी और गहरी नींद के लिए स्लीपिंग पिल्स लेना शुरू कर देते हैं या रात भर करवटें बदलते रहते हैं. इसीलिए आज हम आपको डाक्टर्स की कुछ टिप्स के बारे में बताएंगे, जिसे आप अपनाकर अच्छी और गहरी नींद ले पाएंगे…

दूध और ओटमील लें: नींद का एक नुस्खा है कि भारी व तला हुआ खाना-खाने सोने से पहले न लें. हैवी खाना खाने से नींद के साथ-साथ आपके वेट और फिटनेस पर भी असर डालता है. अगर आप ओटमील और दूध लें तो बेहतर होगा. दूध में होने वाला प्रोटीन ओटमील के कार्ब्स को हजम करने में मदद करता है, जिससे सीरोटोनीन नामक हारमोन पैदा होता है और यह हारमोन नींद के लिए फायदेमंद होता है. इसलिए ओटमील के साथ दूध का सेवन एक तरह से स्लीपिंग पिल का काम करता है.

गरम दूध में पियें शहद डालकर : मां गरम दूध में शहद डाल कर, बच्चे को सोने से पहले पीने के लिए कहती है ताकि अच्छी और गहरी नींद आ सके. आप के साथ भी ऐसा हुआ जरूर होगा. इस बात के पीछे वैज्ञानिक तथ्य भी होते हैं. दरअसल, दूध में ट्राइप्टोफेन तत्त्व होने के कारण ही ऐसा नहीं होता, बल्कि शहद मिले गरम दूध में प्रोटीन और थोड़ी सी वसा होने के कारण दूध आप का पेट भरा-भरा रहने का एहसास देता है. आप को तसल्ली रहती है और भूख से नींद नहीं उड़ती. इसलिए अच्छे एहसास के साथ और शांतचित्त हो कर शहद मिला गरम दूध पी कर सोएं तो नींद आ जाएगी.

केला खाने की डालें आदत : केला एक बहुत बड़ी स्लीपिंग पिल है. केले में पाई जाने वाली पोटैशियम की प्रचुर मात्रा मांसपेशियों की ऐंठन को आराम देने और गहरी नींद की ओर धकेलने में सहायक होती है. बस फिर सोच क्या रहे हैं, कोशिश तो करके देखिए.

समय के बनें पाबंद : चिकित्सकों का मानना है कि हमारी बौडी में सिरकाडियन सिस्टम है, जिससे हमारी बौडी की भीतरी घड़ी हमें नियंत्रित करती है ताकि हमारी बौडी सुचारु रूप से चलती रहे. आपने अक्सर सुना होगा कि हमारे कई बुजुर्ग एक निश्चित समय पर ही खाते हैं. अगर उनके खाने का समय थोड़ा सा भी इधर-उधर हो जाए, तो उन्हें नींद नहीं आती. ये सब सिरकाडियन सिस्टम के कारण ही होता है. वक्त पर खाने से पलकें अपने आप  बोझिल होने लगती हैं, जबकि बेवक्त खाने से कई बीमारियां बौडी को घेर लेती हैं. आज के लाइफस्टाइल में दफ्तरों, कार्यालयों में भी लंच व डिनर का समय एकदम फिक्स रहता है. लंबी आयु, हेल्दी बौडी, शांति और टेंशन फ्री जीवन अच्छे खानपान और पाबंद समय से खाने पर ही संभव है.

 जल्दी करें डिनर: बुजुर्ग हों, डाइटीशियन या फिर डौक्टर, सभी का कहना है कि रात का खाना जल्दी खाएं. देर रात में खाना खाने की आदत न डालें, क्योंकि सोने से पहले खाने पर हमारी पाचनतंत्र प्रणाली सक्रिय हो उठती है. जाहिर है, भोजन पचने में वक्त लगता है, जिससे आप की नींद बार-बार टूटती है. अगर आप लेटे हैं या सो रहे हैं तो डाइजेशन नही होता. इसलिए पेट की कोई न कोई शिकायत, जैसे गैस बनना, अपच हो जाना, अकसर देर रात खाने से हो जाती है.

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