बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को CAA NRC को लेकर कही ये बड़ी बात…
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विधानसभा के एक दिन के विशेष सत्र के दौरान साफ तौर पर कहा कि राज्य में एनआरसी लागू होने का सवाल ही नहीं उठता। इसके साथ ही उन्होंने बड़ी बात कह दी कि अगर सब चाहेंगे तो नागरिकता संशोधन कानून पर भी चर्चा करायी जाएगी। इसके बाद भाजपा नेता संजय पासवान ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि अगर गठबंधन नहीं चलता है, तो हम नया गठबंधन बनाने से परहेज नहीं करेंगे।
बता दें कि, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने संसद में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया था, जिसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने इसपर आपत्ति जतायी थी। तब से जदयू में इसे लेकर पार्टी के भीतर ही बयानबाजी तेज हो गई थी। एेसे में नीतीश कुमार का नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चर्चा कराने की बात और उसके बाद भाजपा नेता की नया गठबंधन बनाने की बात पर एक बार फिर बिहार की राजनीति गरमाने की संभावना है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता संजय पासवान पहले भी नीतीश कुमार को लेकर बड़ी बात कहते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि अब बिहार की जनता भाजपा का सीएम देखना चाहती है। उसके बाद सोमवार को फिर उन्होंने गठबंधन को लेकर बड़ी बात कह दी है।
संजय पासवान नेे कहा कि अगर किन्हीं वजहों से बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन नहीं चलता है तो हम लोग नया गठबंधन बनाने में नहीं हिचकिचाएंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने पासवान के हवाले से कहा, ‘हमने कभी नहीं कहा कि बिहार राजद मुक्त होना चाहिए। बिहार में राजद की ताकत रहनी चाहिए, क्योंकि बिहार में यह अकेली विपक्षी पार्टी है, ना कि कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल।
उसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा-जदयू का अगर हमारा गठबंधन बिहार में काम नहीं करता है तो हम लोग नया गठबंधन बनाने में नहीं हिचकिचाएंगे। एनडीए के साथ और ज्यादा पार्टियों और दलों को आना चाहिए।’
उन्होंने महाराष्ट्र का हवाला देते हुए कहा कि ‘महाराष्ट्र में हमारे एक पुराने साथी शिवसेना ने हमारा साथ छोड़ दिया और कांग्रेस के साथ जाकर मिल गया। बिहार में पहले लालू यादव भाजपा का विरोध करके सत्ता में थे और अब हम चाहते हैं कि हमारे पुराने साथी हमारे साथ रहें और अगर वह छोड़कर जाते भी हैं तो हमें नये पार्टनर चुनने की आजादी है।’
बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘बिहार में कोई भी सरकार आए, लेकिन बनेगी भाजपा की मदद से ही और सरकार भाजपा की ही रहेगी, ये भी पूरी तरह से स्पष्ट है।