राज्य में तीसरे मामले की पुष्टि के बाद केरल पर है कोरोना वायरस का कहर, पढ़े पूरी खबर

कोरोना वायरस का कहर चीन के साथ-साथ कई देशों में देखने को मिल रहा है। भारत के कई राज्‍यों में भी कोरोना वायरस के संदिग्‍ध सामने आए हैं। इनमें से जिन तीन लोगों की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, वे सभी केरल से हैं। ऐसे में केरला में कोरोना वायरस को लेकर भय का माहौल है। राज्य में तीसरे मामले की पुष्टि के बाद केरल सरकार ने कोरोना वायरस को राजकीय आपदा घोषित कर दिया है। राज्‍य के पर्यटन पर भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। होटलों की बुकिंग तेजी से रद हो रही है, इससे राज्‍य सरकार काफी परेशान है।

केरल के मंत्री काडाकंपल्ली सुरेंदरन ने विधानसभा में कोरोना वायरस से राज्‍य के पर्यटन क्षेत्र पर पड़ रहे प्रभाव पर चिंता व्‍यक्‍त करते हुए कहा, ‘राज्‍य में फरवरी-मार्च के लिए होटलों की बुकिंग फुल थी। लेकिन कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद लोग बुकिंग रद करा रहे हैं। इससे पहले केरल के पर्यटन क्षेत्र निपा वायरस के कारण प्रभावित हुआ और इसके बाद बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया। अब कोरोना वायरस के कारण पर्यटन क्षेत्र संकट में है।

गौरतलब है कि केरल में तीसरे मामले की पुष्टि के बाद राज्‍य सरकार ने कोरोना वायरस को राजकीय आपदा घोषित कर दिया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि मुख्यमंत्री की सलाह पर यह फैसला किया गया है। कोरोना वायरस को लेकर राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हर उपाय किए जा रहे हैं। इससे पहले, शैलजा ने विधानसभा में कहा था कि हाल ही में वुहान से लौटे कासरगोड के छात्र को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।

चीन में अब तक 426 की मौत, 20 हजार से ज्‍यादा संक्रमित

चीन में कोरोना वायरस ने महामारी का रूप अख्तियार कर लिया है। यहां इस वायरस से मरने वालों की संख्या 426 हो गई है। वहीं 20 हजार से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो गई है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की टीम जल्‍द चीन जाने वाली है। डब्‍ल्‍यूएचओ का कहना है कि अभी चीन में मरनेवाले लोगों की संख्‍या में इजाफा होगा। भारत ने भी इस वायरस से निपटने के लिए कमर कस ली है। भारतीय छात्रों को भी वुहान से निकाल लिया गया है।

Related Articles

Back to top button