लखनऊ में विश्व देखेगा भारतीय सेना का शौर्य, एशिया का सबसे बड़ा हथियारों का मेला

देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ में एशिया का सबसे बड़ा हथियारों का मेला लगा हैं। मेले के आगाज को लेकर उलटी गिनती शुरू हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को 11वीं डिफेंस एक्सपो का आगाज करेंगे। लखनऊ में पूरा विश्व भारतीय सेना का शौर्य देखेगा और नवाबों की राजधानी इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। एक्सपो शुरुआती तीन दिन यानी पांच से सात फरवरी तक आमंत्रित लोगों के लिए खुला रहेगा, जबकि अंतिम दो दिन यानी आठ व नौ को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा।

लखनऊ में आवास विकास विभाग के प्रांगण वृंदावन में एशिया का सबसे बड़ा हथियारों का मेला लगा है। भारत में बने हथियार 70 से अधिक देशों के रक्षा विभाग को अपनी ओर आकर्षित करने को तैयार है। इस मेला में भारत में बने धनुष तोप से तेजस जेट तक देश का गौरव बढ़ाएंगे। वायुसेना एक्सपो के दौरान 82 तेजस मार्क-1 ए की डील भी करने जा रही है।

डिफेंस एक्सपो में स्वदेशी हथियार की धूम है। इस दौरान देश के कई बड़े रक्षा उत्पाद भी नजर आएंगे। इसके साथ ही इसमें दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां अपनी सैन्य तकनीक का प्रदर्शन करके भारतीय सेनाओं को खरीद के लिए रिझाने की कोशिश करेंगीं। इस दौरान भारत भी पीछे नहीं रहेगा और डीआरडीओ सहित देश के लिए रक्षा उत्पाद बनाने और रिसर्च करने वाली एजेंसियां और कंपनियां स्वदेशी का गौरव बढ़ाते हुए अपने हथियार प्रदर्शित करेंगी।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के विकसित रणनीतिक और सामरिक हथियार प्रणालियों, रक्षा उपकरणों और तकनीक को पांच दिनी यानी पांच से नौ फरवरी तक देखा जा सकता है। इस दौरान आठ प्रौद्योगिकी समूह- एरोनॉटिकल सिस्टम्स, आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग , इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम्स , लाइफ साइंसेज, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस एंड कम्प्यूटेशनल सिस्टम्स मिसाइल और स्ट्रेटेजिक सिस्टम्स से लेकर नौसेना प्रणाली और मटीरियल और सिस्टम विश्लेषण व मॉडलिंग का कौशल दिखेगा। हर दो वर्ष में होने वाले डिफेंस एक्सपो के 11वें संस्करण में रक्षा से जुड़े 500 से ज्यादा स्वदेशी रूप से विकसित उत्पादों को दिखाया जाएगा। फिलहाल इसका संगठन एरोनॉटिकल सिस्टम (एयरो) क्लस्टर फाइटर एयरक्राफ्ट्स, यूएवी, गैस टर्बाइन इंजन टेक्नोलॉजीज, एयरबोर्न सर्विलांस सिस्टम्स, पैराशूट्स और लाइटर-थान-एयर सिस्टम्स के विकास में लगा हुआ है।

11वें डिफेंस एक्सपो में लड़ाकू विमान तेजस, इसके नौसैन्य संस्करण का मॉडल, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम, मानव रहित ड्रोन रूस्तम के साथ एडवांस्ड पाइलटलेस टारगेट एयरक्राफ्ट लक्ष्य-2, हैवी ड्रॉप सिस्टम और लॉन्ग रेंज सब-सोनिक क्रूज मिसाइल ( निर्भय) दिखाए जाएंगे। इसके अलावा तेजस मार्क-82, तेजस मार्क-1 ए और कावेरी इंजन के मॉडल दिखाए जाएंगे जिन पर काम हो रहा है।

थल सेना के हथियारों में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और धनुष तोप के अलावा इंटीग्रेटेड मल्टीफंक्शन साइट, स्मॉल आर्म्स एडवांस्ड होलोग्राफिक साइट, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम, लेजर ऑर्डनेंस डिस्पोजल सिस्टम, लेजर डैजलर्स, ऑप्टिकल टारगेट लोकेटर और एक्सप्लोसिव डिटेक्टर को दिखाया जाएगा।

लखनऊ में पहली बार होने जा रहे डिफेंस एक्सपो में करीब एक हजार कंपनियां अपने हथियार, रक्षा उपकरण और तकनीक दिखाएंगीं। इसमें करीब 70 देशों के 150 से ज्यादा विदेशी रक्षा उपकरण निर्माता जबकि 750 से ज्यादा स्वदेशी निर्माता शामिल होंगे।

इस बार क्या है खास

लखनऊ में हो रहे डिफेंस एक्सपो में पहली बार अमेरिकी दिग्गज एयरोस्पेस कंपनी लॉकहीड मार्टिन का आधुनिक एफ-35 फाइटर जेट आ रहा है। यह सबसे बड़ा आकर्षण बन सकता है। इसके अलावा यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस अपने नवीनतम सैन्य उपकरणों और तकनीक को कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शित करेगा। एयरबस के प्रदर्शन में सी-295 विमान के मॉडल शामिल होंगे। इसके अलावा एएस एमबीई 565 पैंथर विमान, एच 145 एम और एच 225 एम हेलीकॉप्टर भी नजर आएंगे।

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