हरियाणा में करीब दो दर्जन बड़ी परियोजनाएं अब पकड़ेंगी रफ्तार,सीएम ने मांगी स्‍टेटस रिपोर्ट

हरियाणा में करीब दो दर्जन बड़ी परियोजनाएं अब रफ्तार पकड़ेंगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में व्यस्त रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राजधानी लौटते ही अफसरों से उन परियोजनाओं की रिपोर्ट मांगी है जिन्हें हाल ही में शुरू किया गया था। इसके अलावा नए बजट सत्र में लांच की जाने वाली परियोजनाओं का ड्रॉफ्ट तैयार करने को कहा गया है।

नए बजट सत्र में लांच की जाने वाली परियोजनाओं का ड्रॉफ्ट तैयार करने में जुटे अधिकारी

जिन योजनाओं को सिरे चढ़ाया जाना है, उनमें सूक्ष्म सिंचाई योजना के लिए केंद्र ने 1200 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। हरियाणा देश का पहला राज्य होगा जहां ट्रीटेड वेस्ट वाटर का फिर से इस्तेमाल किया जाएगा। इससे करीब सवा लाख हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई हो सकेगी। इसके अलावा डार्क जोन वाले 36 ब्लॉकों में भू-जल सुधार के लिए अटल भूजल योजना के तहत केंद्र सरकार 712 करोड़ रुपये देगी। इसमें से 150 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।

चरखी दादरी में लघु सचिवालय के लिए 53 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सोनीपत-गोहाना-जींद रेलवे लाइन पर बड़वासिनी में 200 करोड़ में बनने वाले ऊपरगामी पुल (आरओबी) सहित 11 स्थानों पर आरओबी-आरयूबी के निर्माण के लिए टेंडर छोड़े गए हैं। बहादुरगढ़ में 124 करोड़ रुपये की लागत से बाई पास बनेगा। जींद में 664 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज बनाने की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी।

वहीं, सात प्री-बजट बैठकें कर चुके मुख्यमंत्री मनोहर लाल बजट की तैयारी में जुटे हैं। हाल ही में 1989 बैच के आइआरएस (भारतीय राजस्व सेवा) अधिकारी योगेंद्र चौधरी को प्रतिनियुक्ति पर सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में लगाया गया है। माना जा रहा है कि बजट बनाने में सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव की अहम भूमिका रहेगी।

200 एसटीपी का 700 क्यूसिक पानी होगा उपचारित

पानी के बेहतर इस्तेमाल के लिए ट्रीटेड वेस्ट वाटर पॉलिसी लागू की जाएगी। उपचारित जल का बागवानी व अन्य कार्यों में इस्तेमाल किया जा  सकेगा। प्रदेश में 200 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के 700 क्यूसिक पानी को उपचारित किया जाएगा। यह देश में पहला प्रयोग है जहां इस स्तर पर ट्रीटेड वेस्ट वाटर का इस्तेमाल किया जाएगा।

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इन बड़े प्रोजेक्टों पर काम-

-पंचकूला के मनसा देवी में संस्कृत महाविद्यालय।

-बहादुरगढ़ और बावल में 100 बिस्तरों के ईएसआइ अस्पताल।

-करनाल, तरावड़ी, कैथल, कुरुक्षेत्र, नूंह, नारायणगढ़, रोहतक व चरखी दादरी में ईएसआइ डिस्पेंसरी।

-सोनीपत के सेरसा गांव में मसाला मंडी।

-मुरथल स्थित दीनबंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी में अटल केंद्र।

-पंचकूला में प्रदेश की पहली संयुक्त फूड व ड्रग टेस्टिंग लैब।

-गुरुग्राम में फूल मंडी।

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