आप कैसे सोते हैं मतलब किस मुद्रा में सोते हैं? पैर फैला कर, शरीर मोड़ कर, पेट के बल सोते हैं या फिर पीठ के बल? हममें से बहुत से लोग अलग-अलग तरह से सोते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं पीठ के बल सोने से हमारे शरीर को कितने तरह के फायदे होते हैं? आपको जानकर आश्चर्य हो सकता है कि ऐसा करने से न केवल हमें कई तरह के दर्द में आराम मिलता है, बल्कि चेहरे और पेट की समस्याएं भी दूर होती है।
कमर दर्द से अक्सर हम परेशान रहते हैं, जिसके चलते दैनिक जीवन में हमें कई तरह की दिक्कतें होती हैं। ऐसे में पीठ के बल सोने से आपकी कमर को बहुत राहत मिलती है। इससे कमर को आधार मिलता है, जिसके कारण कमर दर्द नहीं होता और अगर पहले से दर्द है तो उसमें काफी हद तक आराम मिलता है।
घर हो या ऑफिस मोबाइल और लैपटॉप हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। इस कारण हमें गर्दन के दर्द जैसी समस्या होती है। दर्द के चलते गर्दन को हम असानी से मोड़ तक नही पाते। अगर हम रोजाना पीठ के बल सोएं तो गर्दन दर्द की समस्या कभी होगी ही नहीं। इस तरह से सोने से हमारी गर्दन को तकिये का सपोर्ट मिलता है। गर्दन में पहले से दर्द हो तो राहत मिलती है।
पीठ के बल सोने से अम्लीय रिसाव में कमी आती है। यह एक ऐसी अवस्था है, जिसमें आपके पेट की स्थिति सीधी होती है। इस कारण पेट में अम्लीय रिसाव नहीं होता या उस रिसाव की मात्रा में कमी आ जाती है। ऐसे में पेट की समस्याओं में आराम मिलता है।
चेहरे की झुर्रियों से तो हम सभी परेशान होते हैं। खासकर जब उम्र से पहले ही चेहरे पर झुर्रियां आने लगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि सोने की गलत मुद्राओं के चलते हमारे चेहरे पर झुुर्रियां आती है। ऐसे में पीठ के बल सोना सबसे अच्छा पोजीशन माना जाता है। इस से चेहरे की झुर्रियां साफ हो जाती हैं।
एक अच्छा सुडौल शरीर कौन नहीं चाहता! जब हम गलत अवस्था में सोते हैं तो उसका नकारात्मक प्रभाव हमारे शरीर पर भी पड़ता है। शरीर ढीला-ढाला दिखने लगता है। अगर हम पीठ के बल सोने की शुरूआत कर दें तो हमारा शरीर सही हो जाता है। इससे शरीर का बेहतर विकास होता है और शरीर सुडौल दिखने लगता है।