बिहार में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल का आज 16 वां दिन, पटना में टीचर्स ने मांगी भीख
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर मंगलवार को 16वें दिन भी नियोजित शिक्षकों की हड़ताल जारी है। हड़ताली शिक्षक मंगलवार को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर के बाहर भीख मांगते नजर आए। एक तरफ शिक्षक अपनी जिद पर अड़े हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार भी शिक्षकों की मांग पूरी करने को इच्छुक नजर नहीं आ रही है। शिक्षक अपनी सात सूत्री मांगों के समर्थन में डटे हुए हैं। पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान की मांग कर रहे हैं।
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार हठधर्मिता अपना रही है। इससे हड़ताल लंबी चल रही है। 15 दिनों से प्रदेश के 76 हजार स्कूलों में ताले लटके हुए हैं।
सरकार की उदासीनता एवं शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ राज्यभर के शिक्षक 5 मार्च को आक्रोश मार्च निकालेंगे। शिक्षकों का कहना है कि सरकार को समन्वय से काम लेना चाहिए और तानाशाही का रवैया छोड़कर बच्चों के हित में निर्णय लेना चाहिए। आक्रोश मार्च के बाद छह मार्च को प्राथमिक शिक्षक संघ भवन में समन्वय समिति की बैठक होगी।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार नाथ पांडेय एवं महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार को राजधर्म का पालन करना चाहिए। दूसरी ओर वित्तरहित अनुदानित शिक्षक-कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने सरकार से अनुदान के बदले वेतनमान की मांग की है।
तो वहीं, दूसरी तरफ विधानमंडल के बजट सत्र ने शिक्षकों की हड़ताल को मुख्य मुद्दा बना लिया है और लगातार सरकार पर हमलावर है। विपक्ष की मांग है कि शिक्षकों की मांग जायज है और सरकार को उनकी मांग पूरी करनी चाहिए।
बता दें कि बिहार बोर्ड की इंटर की परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य चल रहा है तो वहीं पांच फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा की कॉपियों का भी मूल्यांकन कार्य होने वाला है। शिक्षकों की हड़ताल से मूल्यांकन कार्य प्रभावित हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार ने मूल्यांकन कार्य में सेवा नहीं देनेवाले शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई भी शुरू कर दी है।