अयोध्या में 24 मार्च को रामलला नए मंदिर में होंगे शिफ्ट, इस तारीख को ट्रस्ट की दूसरी बैठक

रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय का चयन हो गया है। ट्रस्ट ने दैनिक जागरण की खबर पर मुहर लगा दी है। राम मंदिर निर्माण के पहले श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय यहां रामजन्मभूमि दर्शन मार्ग पर स्थित रामकचहरी मंदिर में होगा।

अयोध्या में 24 मार्च को रामलला नए मंदिर में शिफ्ट होंगे। 25 मार्च से चैत्र राम नवमी के पहले दिन राम भक्त नए मंदिर में रामलला के दर्शन करेंगे। रामलला को टाट के मंदिर से शिफ्ट करके फाइबर के बुलेटप्रूफ मंदिर में राम नवमी के पहले शिफ्ट कर दिया जाएगा। राम नवमी में फाइबर मंदिर में लाखों श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इस कार्य को प्राथमिकता पर लिया गया है। सुरक्षा की व्यवस्था में फिलहाल कोई परिवर्तन न करके इसे और सख्त किया जाएगा। फाइबर मंदिर तक श्रृद्धालुओं के पहुंचने के सुरक्षित मार्ग को तैयार होना है, जिससे दर्शन मार्ग की दूरी कम हो सके।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय ने कार्यालय स्थल फाइनल कर दिया है। राम कचहरी मंदिर में ट्रस्ट का कार्यालय खुलेगा। राम कचहरी मंदिर यहां राम जन्मभूमि प्रवेश मार्ग पर ही है। ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के साथ ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र व जिलाधिकारी अनुज झा ने शनिवार को इस कार्यालय का निरीक्षण किया। इसके बाद ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी बैठक 4 अप्रैल को अयोध्या में होगी। ट्रस्ट की यह बैठक राम नवमी के बाद होगी।

चंपत राय ने कहा कि शिव सेना में आने वाले लोग अगर भगवान के भक्‍त हैं तो इसका कोई अर्थ नहीं है कि वह इधर गए या उधर गए। ऐसा नहीं किया जा सकता कि अमुख दल का व्‍यक्ति यहां नहीं अाएगा। बस भगवान के प्रति उसके हृदय में श्रद्धा और विश्‍वास होना चाहिए।

वहीं, चैत राम नवमी में भक्‍तों को रामलला के दर्शन पर उन्‍होंने कहा कि मुझे भी भरोसा है। सुरक्षा विभाग नए स्‍थान का विकास कर रहा है। मुझे उम्‍मीद है कि 17 मार्च तक वह अपना काम पूरा कर लेंगे। अगर एक दो दिन का बच भी गया तो 20 मार्च तक कर लेंगे। कमिश्‍नर और जिला मजिस्‍ट्रेट सभी कार्यों को देख रहे हैं। एक नए स्‍थान पर भगवान आएंगे तो उस स्‍थान और वहां के देवताओं को भी प्रसन्‍न करना होगा। 25 मार्च यानी प्रथम नवरात्र से भक्‍तों के दर्शन भगवान के नए आसन पर हों, इसको लेकर तैयारी कर रहे हैं। अब रामलला कपड़े में नहीं रहेंगे। मंदिर इतना मजबूत होगा कि हथौड़े से भी नहीं तोड़ पाएंगे। अब तक भक्‍तों को दर्शन 50 फीट की दूरी से हो रहे थे, जो नए आसन पर भगवान के विराजने के बाद दूरी कम होगी।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के पहले श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थायी ठौर की तलाश अब पूरी हो गई। इस ट्रस्ट का पहला कार्यालय रामजन्मभूमि दर्शन मार्ग पर रामकचहरी मंदिर में बनेगा। यहां कार्यालय खोलने का प्रस्ताव मंदिर के महंत शशिकांत ने ट्रस्ट को दिया था। इसी के बाद बीते मंगलवार को ट्रस्ट के सदस्यों ने राम कचहरी मंदिर का निरीक्षण किया और वहां कार्यालय खोले जाने का मार्ग प्रशस्त कर दिया। इसके बाद आज इसको फाइनल कर दिया।

इसके पहले राम कोट में स्थित सुंदर सदन में कार्यालय बनाने की चर्चा रही। बताया गया कि सुंदर सदन जीर्णशीर्ण है। इसे भी दुरुस्त कराकर यहां भी ट्रस्ट कार्यालय का कम्प्यूटर सेक्शन खोला जाएगा। फिलहाल सुंदर सदन को दुरुस्त करने में वक्त लगेगा। माना जा रहा है कि इसी वजह से राम कचहरी में ट्रस्ट का कार्यालय खोलने की सहमति बनी। रामकचहरी के महंत शशिकांत सन 2013 से सरयू जी की नित्य भव्य महाआरती के आयोजक हैं। प्रदेश की योगी सरकार ने भी शासकीय सहायता देकर शशिकांत दास के सरयू आरती आयोजन को संबल प्रदान किया। इस आरती में नित्य देश के कई हिस्से के लोग प्रतिभाग करते हैं। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने राम कचहरी मंदिर में ट्रस्ट का कार्यालय खोले जाने की पुष्टि की है।

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