रवींद्र जडेजा ने कहा-धौनी ने पहली बार मुझे सर की उपाधि दी थी लेकिन मुझे इस नाम से है नफरत
Ravindra Jadeja says i hate sir title: रवींद्र जडेजा भारतीय टीम के अहम खिलाड़ी हैं। बायें हाथ के इस ऑलराउंडर को खेल के अलावा मैदान के बाहर उनकी जिंदादिली के लिए भी जाना जाता है। जडेजा को अकसर सर के साथ संबोधित किया जाता है, लेकिन उन्हें यह उपाधि बिलकुल पसंद नहीं हैं।
जडेजा ने एक साक्षात्कार में कहा कि असल में माही भाई (महेंद्र सिंह धौनी) ने तीन-चार साल पहले ट्वीट किया था और तब से सर मेरे साथ जुड़ गया है। अगर आप मुझसे निजी रूप से पूछें तो मुझे इस उपाधि से नफरत है। मैं सच में इसे नापसंद करता हूं। मैं हमेशा लोगों से कहता हूं कि मुझे मेरे नाम से बुलाएं, चाहे वह जड्डू हो या जडेजा। जडेजा ने यह भी बताया कि टीम के कई खिलाड़ी काफी मजाक करते हैं। विराट कोहली उनमें से एक हैं। वह दूसरों की बहुत अच्छी मिमिक करते हैं।
जडेजा ने कहा कि क्रिकेट ने उन्हें काफी कुछ दिया है। उन्होंने कहा कि इस खेल की वजह से ही वह कई अलग-अलग लोगों से मिले हैं और उनसे काफी कुछ सीखा है। गुजरात के शहर जामनगर से आकर दुनिया पर छाने वाले जडेजा ने कहा कि इस तरह का एक्सपोजर उन्हें सिर्फ क्रिकेट की वजह से मिल पाया है। 2012 में जडेजा आइपीएल नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे। जडेजा ने कहा कि इससे उनकी आर्थिक स्थिति काफी स्थिर हुई। वह इसे अपने जीवन का अहम हिस्सा मानते हैं।
रवींद्र जडेजा भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ी हैं और वो संपूर्ण ऑलराउंडर हैं। वो गेंदबाजी, बल्लेबाज व फील्डिंग तीनों मामलों में जबरदस्त हैं। टीम इंडिया का ये अहम सदस्य आइपीएल में माही की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं और धौनी उन्हें बेहद पसंद करते हैं। अब धौनी द्वारा दी गई इस उपाधी पर उनका ये बयान माही पर क्या असर डालता है ये देखने वाली बात होगी। पर जडेजा का साफ तौर पर कहना है कि वो व्यक्तिगत तौर पर सर नाम से बुलाया जाना बिल्कुल भी पसंद नहीं करते।