इंडियन प्रीमियर लीग IPL अगर हुआ रद्द तो होगा करोड़ों रुपए का नुकसान
कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के खेल इवेंट्स प्रभावित हो रहे हैं। कई बड़े इवेंट्स रद्द हो चुके हैं तो कई इवेंट्स स्थगित हो चुके हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) के 13वें संस्करण पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं और यदि यह लीग नहीं हुई तो इससे करोड़ों रुपए का नुकसान होगा। 29 मार्च से शुरू होने वाले IPL 2020 को कोरोना वायरस के चलते 15 अप्रैल तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है, अब देखना होगा कि यह लीग होगी या नहीं और होगी तो क्या मैचों की संख्या घटेगी।
पैसों से लबरेज इस टी20 लीग पर दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें टिकी हुई हैं। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर अगले कुछ दिनों में फैसला होगा कि यह लीग आयोजित की जाएगी या नहीं। बीसीसीआई स्थिति पर निगाह रखे हुए है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार IPL 2020 को लेकर अभी तीन संभावनाएं हो सकती है।
1. यदि स्थितियां सुधरी तो अप्रैल मध्य से लेकर जून के पहले सप्ताह तक करीब 60 मैचों के IPL 2020 का आयोजन करवाया जा सकता है।
2. यदि स्थिति सुधरने में देर हुई तो छोटा IPL 2020 करवाया जा सकता है।
3. यदि स्थिति नहीं सुधरी तो IPL 2020 को रद्द किया जा सकता है।
इन तीनों ही स्थितियों में नुकसान तो होगा ही।
1. इस स्थिति में आईपीएल 2020 के आयोजन पर कम नुकसान होगा। इस मामले में सबसे बड़ा नुकसान प्रसारणकर्ता को होगा क्योंकि उसे ज्यादा प्राइम टाइम स्पेस नहीं मिल पाएगा। इस स्थिति में प्रायोजकों को भी नुकसान होगा। बीसीसीआई, फ्रेंचाइजियों, क्रिकेटर्स, मैच अधिकारियों, सपोर्ट स्टाफ, ग्राउंड स्टाफ और अन्य प्रोफेशनल्स को नुकसान नहीं होगा।
2. यदि दूसरी स्थिति बनी तो नुकसान ज्यादा होगा। प्रसारणकर्ता एडवरटाइजिंग स्टाक के 90 प्रतिशत स्टॉक को बेच चुके हैं। बीसीसीआई के प्रायोजकों के सेंट्रल पूल के राजस्व को झटका लगेगा, ऐसा इसिलए होगा क्योंकि ये लोग मैचों की संख्या और दिनों के हिसाब से प्रो-रेटा आधार पर अनुबंध चाहेंगे। एयरलाइंस इंडस्ट्री और होटल इंडस्ट्री को भी झटका लगेगा।
3. यदि IPL 2020 नहीं हो पाया तो हर किसी को नुकसान होगा। हर कोई यह सोचेगा कि यदि आईपीएल हुआ होता तो उन्हें कितनी आय होती।
यदि आईपीएल पूरा हुआ तो प्रसारणकर्ता स्टार इंडिया और केंद्रीय प्रायोजकों को एक सत्र के करीब 4000 करोड़ रुपए मिलेंगे। स्टार करीब 3300 करोड़ कमाएगा जबकि Vivo और अन्य केंद्रीय प्रायोजक 700 से 750 करोड़ रुपए कमाएंगे। यदि आईपीएल पूरा हुआ तो हर फ्रेंचाइजी से खिलाड़ियों को 85 करोड़ रुपए मिलेंगे। मैच अधिकारियों और मैच अन्य कर्मचारियों को पूरा पैसा मिलेगा। हर फ्रेंचाइजी प्रति मैच गेट मनी के 2.5 करोड़ से 4 करोड़ रुपए कमाती है।
IPL से किसे क्या मिलता हैं
BCCI को प्रसारणकर्ता और केंद्रीय प्रायोजकों से मिलते हैं 2000 करोड़ रुपए
प्रसारणकर्ता को विज्ञापन और अन्य मदों से मिलते हैं 3300 करोड़ रुपए
अन्य केंद्रीय प्रायोजकों को मिलते हैं करीब 750 करोड़ रुपए
हर फ्रेंचाइजी को प्रतिवर्ष केंद्रीय पूल के तहत मिलते हैं 250 करोड़ रुपए
हर फ्रेंचाइजी को प्रतिवर्ष स्थानीय राजस्व के जरिए मिलते हैं करीब 30 करोड़ रुपए
क्रिकेटरों को कुल मिलाकर मिलते हैं 680 करोड़ रुपए
मेजबान राज्य एसोसिएशनों को कुल मिलाकर मिलने हैं 56 करोड़ रुपए।
इवेंट कंपनियों, मैच अधिकारियों और एक्जीक्यूटिव्ज को आईपीएल के दौरान काम करने का वेतन।