संसद में कुल डेढ़ या दो हजार लोग आते हैं. इसका क्या. संसद को बंद नहीँ किया जाए : अभिषेक मनु सिंघवी
महामारी कोरोना वायरस का देश और दुनिया में खौफ बना हुआ है. इस जानलेवा बीमारी ने लोगों को अपने घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है. हर रोज कोरोना वायरस के मरीजों में इजाफा हो रहा है. भारत में अब तक 126 मामले सामने आ चुके हैं. 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है. एहतियात के तौर पर कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज, सिनेमाहॉल, मॉल को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है.
दफ्तरों में भी लोगों को घर से काम करने पर जोर दिया जा रहा है. कोरोना वायरस के कारण मानों देश थम सा गया है. लेकिन इन सबके बीच एक सवाल ये भी उठ रहा है कि जब इतने कदम उठाए जा रहे हैं तो फिर संसद सत्र को स्थगित क्यों नहीं किया जा रहा है.
कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को ये मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर हिदायत दी है. कोरोना को लेकर स्कूल, कॉलेज बंद हैं. कोर्ट काफी हद तक बंद हैं. इसकी तारीफ की जानी चाहिए, लेकिन संसद क्यों अपवाद है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि संसद में कुल डेढ़ या दो हजार लोग आते हैं. इसका क्या. संसद को बंद नहीं किया जाए. मैं कुछ दिन बैठने की बात कर रहा हूं. अभी के लिए सत्र को स्थगित कर दिया जाए. हम बाद में भी बैठ सकते हैं.
पीएम मोदी ने किया साफ- जारी रहेगी कार्यवाही
मंगलवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. पीएम मोदी ने साफ किया कि संसद का बजट सत्र जारी रहेगा और 3 अप्रैल तक चलता रहेगा. पीएम मोदी ने बैठक में ये भी कहा कि जिन राज्यों में हम विपक्ष में हैं, वहां पर 15 अप्रैल तक कोई आंदोलन ना करें. अगर जरूरी हो तो ज्ञापन ही दें.
सत्र स्थगित करने की मांग
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए संसद के सत्र को स्थगित करने की मांग उठ चुकी है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने राज्यसभा चेयरमैन को पत्र लिखा. उन्होंने कहा कि सबको पता है कि कई राज्यों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इसे महामारी घोषित कर दिया है. इसे देखते हुए आपसे आग्रह है कि संसद के मौजूदा सत्र को स्थगित कर दिया जाए. कम से कम जब तक इस पर काबू नहीं पाया जाता, तब तक सत्र को रोका जा सकता है.
पीएम मोदी कर चुके हैं अपील
पीएम मोदी कोरोना वायरस को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर चुके हैं. प्रधानमंत्री लोगों से गैर-जरूरी यात्राओं को टालने और विदेश ना जाने की बात कह चुके हैं. खुद पीएम मोदी अपना बेल्जियम और बांग्लादेश का दौरा रद्द कर चुके हैं.
मंत्री ने खुद को किया होम क्वारंटाइन
संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने अपने आप को दिल्ली में होम क्वारंटाइन किया है. दरअसल, वह केरल में एक कांफ्रेंस में गए थे, जहां एक डॉक्टर कोरोना से पीड़ित था. इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने ऐहतियातन अपने आपको होम क्वारंटाइन किया है. इसके साथ ही उन्होंने कोरोना का टेस्ट कराया है. समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, रिजल्ट निगेटिव आया है.