शोएब अख्तर ने इस बात का किया खुलासा, पूर्व कोच बॉब वुल्मर से कप्तान की नहीं बनती थी, वो परेशानी खड़ी करते थे
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इस बात का खुलासा किया है कि पूर्व कोच बॉब वुल्मर का रिश्ता कप्तान इंजमाम उल हक के साथ उतना अच्छा नही था। उन्होंने बताया कि वो कोच बुल्मर में पिता की छवि देखते थे और दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त थे। अख्तरने कहा कि लोगों के लगता था कि उनकी और कोच की नहीं बनती थी लेकिन दरअसल ऐसा तब के कप्तान इंजमाम से साथ था।
साल 2007 विश्व कप के दौरान पाकिस्तान के पूर्व कोच बॉब वुल्मर की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई थी। आयरलैंड के खिलाफ पाकिस्तान को विश्व कप में हार मिली थी जिसके बाद बुल्मर होटल के कमरे में मृत पाए गए थे। तब इस बात का शक जताया गया था कहीं वुल्मर की मौत विश्व कप में आयरलैंड के खिलाफ शर्मनाक हार का नतीजा तो नहीं। हालांकि इसपर आज तक कुछ भी साफ नहीं हो पाया और उनकी मौत को स्वभाविक बताया गया।
अख्तर ने बताया वुल्मर को पिता जैसा
पूर्व तेज गेंदबाज ने अपने सोशल चैनल पर वुल्मर से जुड़ी बातें शेयर की। उन्होंने बताया, “जिस तरह से बुल्मर गए उस बात से मुझे आज तक तकलीफ है। बहुत सारे लोग जानते हैं कि हम आपस में झगड़ते थे और हमारी बनती नहीं थी ऐसा कुछ भी नहीं था। बॉब जब कोच बने तो मुझसे मिलने आए कहते हैं, शोएब मैं तुमसे कोई मुश्किल नहीं चाहता हूं। मैंने कहा आप गलत आदमी से बात कर रहे हैं। आपको बहुत सारें लोगों से परेशानी हो सकती है लेकिन मेरे से नहीं।”
बुल्मर और अख्तर दोस्त बने
“हमें एक साल हो गए थे साथ लेकिन हमारी ज्यादा बात नहीं होती थी। इंग्लैंड के पाकिस्तान दौरे पर हम अच्छे दोस्त बने। इंग्लैंड ने एशेज जीता था और पाकिस्तान के दौरे पर पहुंची थी। गोरे बड़े नखरे में आए, पाकिस्तान में आकर उन्होंने बड़ी बदमाशी की। हमने उनको ठीक ठाक रगड़ा दिया और बड़ी बुरी तरह से सीरीज में हराया गोरों को।”
“सीरीज में घुटने टूटे हुए थे लेकिन मैंने टीके लगाकर गेंदबाजी की और टीम को जीत दिलाई। जीत के बाद वुल्मर ने आकर कहा तुम सही थे यह टीम गेम नहीं है यह एक अकेले के प्रदर्शन का गेम है। इस पर मैंने कहा चलो आज शाम को मिलते हैं। यहीं से हमारी अच्छी दोस्ती की शुरुआत हुई।”
कप्तान के साथ बुल्मर की ज्यादा नहीं बनती थी
“जो हमारे कप्तान इंजी भाई थी उनके साथ कोच की ज्यादा बनती नहीं थी। इंजी भाई थोड़ा तंग भी करते थे उनको। बहरहाल कप्तान के साथ उनको काफी मुश्किल वक्त बिताना पड़ा था जब इंजमाम की बात की जाए। यह एक सच्चाई है और पूरी टीम इस बात को जानती है। मुझे दुख होता था और वो रात को मेरे पास आ जाते थे। मैं उनको बहुत सारे टाइम पर सांत्वना देता था, उनको तसल्ली देता था। उनको बाहर ले जाता था खाना खिलाता था। उनके साथ मजाक किया करता था।”