कोरोना संकट के बीच भाजपा में बढ़ी बीच भाजपा, जेपी नड्डा ने बिहार भाजपा कोर ग्रुप की बैठक
कोरोना संकट व लॉकडाउन के बीच भाजपा ने संगठनात्मक गतिविधियां बढ़ा दी हैं। अरसे से लंबित सभी मंच और मोर्चों जैसे फ्रंटल संगठनों की कार्यकारिणी की घोषणा पार्टी द्वारा ताबड़तोड़ जारी है। वहीं, बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार भाजपा कोर ग्रुप की बैठक ली। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक विशुद्ध रूप से प्रवासी कामगारों की सकुशल घर वापसी और विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर केंद्रित रही। नड्डा ने बिहार भाजपा के आला नेताओं को बूथवार संगठनात्मक ढांचे को नए सिरे से जागरूक करने का टास्क दिया।
उन्होंने बूथ स्तर पर लंबित सप्तऋषि मंडल के मनोनयन की प्रक्रिया 30 मई तक हर हाल में पूरा कर लेने के निर्देश दिए। दो टूक कहा कि किसी भी सूरत में पार्टी द्वारा तय बूथ स्तरीय सप्तऋषि मंडल के गठन में सामाजिक समीकरण की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। पार्टी के विधानसभा प्रभारियों के लिए दिए गए दिशा-निर्देशों की समीक्षा की। कहा कि पार्टी के पूर्व और मौजूदा जनप्रतिनिधियों से निरंतर संपर्क सुनिश्चित करें।
आर्थिक पैकेज पर करें फोकस
लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया के प्रमुख माध्यम वाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक, टेलीग्राम और इंस्टाग्राम के जरिए केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की उपलब्धियां गिनाने के निर्देश दिए गए। कहा कि जरूरतमंदों से संपर्क कर बैंकों से उनकी मदद सुनिश्चित कराएं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का संचालन बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने किया, जबकि कोर गु्रप की बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सौदान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर, राधा मोहन सिंह, मंत्री नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, बिहार के संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ, सह संगठन महामंत्री शिवनारायण महतो शामिल हुए।
केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाएं
नड्डा ने कोर ग्रुप को पार्टी कार्यकर्ताओं के जरिए एक बार नए सिरे से जनता के बीच केंद्र सरकार की उपलब्धियां और उन्हें राष्ट्रवाद के प्रति प्रेरित करने टिप्स दिए। कहा कि मोबाइल डाटा बेस के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिए गए निर्णय के बारे में सोशल मीडिया के जरिए कैंपेनिंग सुनिश्चित करें।