उत्तराखंड में लोग गर्मी से हुए बेहाल, कल का दिन रहा सबसे गर्म
उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तप रहे हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भी पारा रफ्तार पकड़ रहा है। मसूरी, नैनीताल, अल्मोड़ा के साथ ही पिथौरागढ़ में अधिकतम तापमान 28 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच चुका है। दून में रविवार सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। यहां पारा 39 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। ऐसे में गर्मी से लोग बेहाल हैं।
सोमवार की सुबह भी गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में सुबह से ही चटख धूप खिल गई थी। साथ ही गर्म हवा के थपेड़ों ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया। फिलहाल अभी पारे के नीचे आने की संभावना कम है।
मैदानों में सूर्यदेव लाल हो गए हैं और चढ़ता पारा बेहाल कर रहा है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पास पहुंच चुका है। प्रदेश में रुड़की सर्वाधिक गरम साबित हो रहा है। यहां तापमान 43 डिग्री के करीब है।
राज्य मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में पारा और उछलेगा। उन्होंने बताया कि इन दिनों प्रदेश में पारा सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है। हालांकि 27 मई को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन अन्य इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा।
रुड़की में पारा पहुंचा 40 के पार
शिक्षानगरी के लोगों को रविवार को आग उगलती गर्मी झेलनी पड़ी। शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया। शहर और आसपास के क्षेत्रों में दिनोंदिन गर्मी बढ़ती जा रही है। दोपहर के अलावा अब सुबह और शाम को भी गर्मी लोगों का हाल बेहाल कर रही है। दोपहर में तो लोग गर्मी के कारण पसीने-पसीने हो रहे हैं। सुबह से ही गर्मी बढ़ रही है। ऐसे में घर से बाहर निकले लोगों का खूब पसीना निकल रहा है।
वहीं गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों ने कूलर और एसी चलाना शुरू कर दिया है। जबकि कुछ लोग भीषण गर्मी में ठंडक महसूस करने के लिए गंगनहर के घाटों के किनारे भी पहुंच रहे हैं। उधर, आइआइटी रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना से मिली जानकारी के अनुसार 27 मई तक बरसात की संभावना नहीं है।