नाबालिग की ईंट-पत्थर से कूचकर हत्या करने के बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर गड्ढे में गाड़ दिया
हाल ही में जो अपराध का मामला सामने आया है वह ओडिशा के मलकानगिरी जिले का है. जहाँ 14 साल के नाबालिग की ईंट-पत्थर से कूचकर कथित तौर पर हत्या कर दी गई. वहीं उसके बाद हत्यारों ने उसके टुकड़े-टुकड़े काटकर गड्ढे में गाड़ दिया था. जी हाँ, इस मामले में बताया गया है कि नाबालिग लड़का 7वीं में पढ़ता था. इस घटना को नक्सल प्रभावित मलकानगिरी जिले के केंदुगुडा गांव की बताया जा रहा है. वहीं इस मामले से जुड़े पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्या जादू-टोना के संदेह के कारण हुई थी. वैसे इस मामले में परिजनों ने आरोप लगाया कि आरोपी जंगल में एक बैठकी के लिए नाबालिग लड़के और उनके दो रिश्तेदारों को ले गए थे.
वहीं खाली स्थान पर मौका देखकर उन्होंने उन पर हमला कर दिया. इसी के साथ बाकी दोनों किसी तरह बच गए और नाबालिग लड़का उनके चंगुल से भागने में सफल नहीं हो पाया, जिसके बाद हत्यारों ने उसकी हत्या कर दी. इस मामले में मिली जानकारी के तहत 5 जून को नाबालिग के भाई ने पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और मलकानगिरी पुलिस स्टेशन के अधिकारी रामप्रसाद नाग मौके पर पहुंचे और जांच के दौरान नाबालिग का शव का बरामद किया. वहीं इस मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिन्होंने सख्ती से पूछताछ बाद जुर्म स्वीकार कर लिया. खबरें है कि पुलिस सूत्रों ने बताया कि केंदुगुडा गांव में पिछले तीन महीनों में अज्ञात बीमारी से 17 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है.
वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव का दौरा कर रही है और रोगियों का इलाज कर रहे हैं, फिर भी उन्हें बीमारी के मूल कारण का पता नहीं चल पाया है. इस मामले में ग्रामीणों को शक था कि कुछ टोना-टोटका किया जा रहा है, उन्हें इसके पीछे नाबालिग के परिवार पर शक था. वहीं मलकानगिरी के एसपी ऋषिकेश ने कहा कि ”शिकायत मिलने के बाद हमारी टीम मौके पर पहुंची और शव को बरामद किया. इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ आईपीसी धारा- 302, 201 और अन्य तहत मामला दर्ज किया गया है.”