सोने की कीमतों में हुआ बदलाव, जानिए कितने हुए भाव…
पांच दिनों की गिरावट के बाद आज सोने की वायदा कीमत में तेजी दर्ज की गई। एमसीएक्स पर सोने का वायदा भाव 0.26 फीसदी बढ़कर 48,749 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। वैश्विक बाजारों में आई तेजी से चांदी की वायदा कीमत 1.5 फीसदी बढ़कर 68,639 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले सत्र में सोने में 0.5 फीसदी की गिरावट आई थी जबकि चांदी में 1.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। वैश्विक दरों के अनुरूप भारत में इस साल अब तक सोने की कीमत में लगभग तीन फीसदी यानी 1,500 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इतना रहा दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आज सोने की कीमतें सपाट थीं। व्यापारियों की अमेरिकी प्रोत्साहन पैकेज के घटनाक्रम पर नजर है। हाजिर सोना 1,840.91 डॉलर प्रति औंस पर था। मजबूत अमेरिकी डॉलर और प्रोत्साहन पैकेज में देरी से इस महीने सोने पर दबाव डला है। चांदी की बात करें, तो गुरुवार को 4.5 फीसदी चढ़ने के बाद आज चांदी में 0.7 फीसदी की गिरावट आई और यह 26.18 डॉलर प्रति औंस हो गई। अमेरिकी डॉलर 0.28 फीसदी बढ़ा, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना महंगा हो गया। डॉलर सूचकांक, जो छह मुद्राओं की एक टोकरी के खिलाफ ग्रीनबैक को मापता है, इस महीने 0.8 फीसदी बढ़ गया है।
सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं ईटीएफ
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स में गुरुवार को 0.4 फीसदी की गिरावट आई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं और उसके दाम में आने वाली घट-बढ़ पर ही इसका दाम भी घटता बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।
बीते साल 35 फीसदी से अधिक घटी सोने की मांग
देश की सोने की मांग बीते साल यानी 2020 में 35 फीसदी से अधिक घटकर 446.4 टन रह गई। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। डब्ल्यूजीसी की 2020 की सोने की मांग के रुख पर रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन और बहुमूल्य धातुओं के दाम अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचने के बीच सोने की मांग में गिरावट आई। हालांकि, इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि अब स्थिति सामान्य हो रही है और साथ ती सतत सुधारों से उद्योग मजबूत हुआ है। ऐसे में इस साल 2021 में सोने की मांग में सुधार की उम्मीद है।
कोविड-19 के चलते प्रभावित हुई आभूषणों की मांग
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में भारत की सोने की मांग 35.34 फीसदी घटकर 446.4 टन रह गई, जो 2019 में 690.4 टन थी। डब्ल्यूजीसी के आंकड़ों के अनुसार बीते साल मूल्य के हिसाब से सोने की मांग में 14 फीसदी की गिरावट आई और यह घटकर 1,88,280 करोड़ रुपये रह गई। 2019 में मूल्य के हिसाब से सोने की मांग 2,17,770 करोड़ रुपये रही थी। इस बीच, 2020 में आभूषणों की कुल मांग मात्रा के हिसाब से 42 फीसदी घटकर 315.9 टन रह गई, जो 2019 में 544.6 टन रही थी। मूल्य के हिसाब से यह 22.42 फीसदी घटकर 1,33,260 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले साल 1,71,790 करोड़ रुपये रही थी। कोविड-19 की वजह से लागू अंकुशों के चलते आभूषणों की मांग प्रभावित हुई।