दिल्ली के अस्पतालों में बाहरी लोगों के इलाज को लेकर अरविंद केजरीवाल ने बदला अपना रुख
दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बाहरियों के इलाज पर बहस जारी है. दिल्ली सरकार के फैसले को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पलट दिया था. इस पर केजरीवाल सरकार पहले हमलावर थी, लेकिन अब खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना रुख बदल दिया. केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब के फैसले को लागू किया जाएगा.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा, ‘हमने फैसला लिया था कि दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा. इस फैसले को एलजी साहब ने पलट दिया. कई लोग कह रहे थे कि एलजी साहब, चुनी हुई सरकार के फैसले को कैसे पलट सकते हैं.’
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा, ‘अब जब केंद्र और एलजी साहब ने फैसले को पलट दिया है तो हम उनके फैसले का अक्षरश: पालन करेंगे. कोई बयानबाजी या लड़ाई नहीं की जाएगी. हम सभी लोगों के लिए बेड का इंतजाम करने की कोशिश करेंगे और इसके लिए मैं खुद मैदान में उतरूंगा.’
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ’18 हजार लोगों का इलाज जारी है, इनमें 15 हजार लोग अपने घरों में हैं. आने वाले समय में दिल्ली में कोरोना बहुत तेजी से फैलने वाला है, 15 जून को 44 हजार केस हो जाएंगे.31 जुलाई तक हमें 80 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए मैं खुद सड़क पर निकलूंगा.’
सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘कोरोना की लड़ाई को अब जन आंदोलन बनाना होगा, मास्क पहनना होगा, हाथ धोने होंगे और सोशल डिस्टेंसिंग करनी होगी. खुद भी ये पालन करना है और दूसरे से भी करवाना है.’