उत्तराखंड में अब तक 17 लोगों की कोरोना के कारण हुई मौत, प्रदेश में कुल संक्रमित 1565 मरीज…
उत्तराखंड में एक और कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। इसके साथ ही सूबे में मृतकों की संख्या 17 पहुंच गई है। हालांकि, इस पखवाडे कोरोना के मरीजों का ठीक होने को सिलसिला तेज हुआ है। प्रदेश में कुल संक्रमित 1565 मरीजों में से 833 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। 709 एक्टिव केस हैं। 48 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चरथावल मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश निवासी था। वह कैंसर से पीड़ित था। 9 जून को वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की ओपीडी में आया था। एक रोज पहले उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। देर रात उसने दम तोड़ दिया।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को 1765 सैंपल की जांच रिपोर्ट मिली है। जिनमें 1741 रिपोर्ट निगेटिव हैं। यह अभी तक एक दिन में निगेटिव आए सर्वाधिक सैंपल हैं। जिन 24 मामलों की रिपोर्ट पॉजिटिव है उनमें नैनीताल के छह मामले हैं। इनमें चार लोग महाराष्ट्र से लौटे हैं, जबकि दो अन्य की ट्रेवल पता की जा रही है। देहरादून में एम्स ऋषिकेश में भर्ती कोरोना संक्रमित बिजनौर निवासी 48 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हुई है। उसके साथ ही पांच अन्य लोगों की भी रिपोर्ट पॉजिटिव है। ऊधमसिंहनगर में कोरोना पॉजिटिव चार लोगों में दो मुंबई, एक गुरुग्राम व एक धामपुर (उत्तर प्रदेश) से लौटा है। हरिद्वार में जिन तीन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है वह दिल्ली से लौटे हैं। टिहरी में दो और पौड़ी में महाराष्ट्र से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण पाया गया है। उत्तरकाशी में कोरोना संक्रमित एक मरीज हाल ही में नोएडा से लौटा था।
इधर, बुधवार को प्रदेश में 76 कोरोना संक्रमित मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया। जिनमें देहरादून जनपद के 30, ऊधमसिंहनगर के 15, हरिद्वार के 9, अल्मोड़ा के पांच, पौड़ी के छह, उत्तरकाशी व चमोली के चार-चार और चंपावत के तीन लोग शामिल हैं। प्रदेश में अभी तक कोरोना के 1565 मामले आए हैं। जिनमें 833 स्वस्थ हो चुके हैं। सात मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं, जबकि कोरोना संक्रमित 16 लोगों की मौत भी हुई है। वर्तमान में प्रदेश में 709 एक्टिव केस हैं। जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
पर्यटन मंत्री के पांच स्वजन एम्स से डिस्चार्ज
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज उनकी पत्नी और पाच अन्य स्वजनों को एम्स में भर्ती कराया गया था। बुधवार रात काबीना मंत्री के पाच स्वजनों को एम्स ने डिस्चार्ज कर होम क्वारंटाइन के लिए घर भेज दिया है। पर्यटन मंत्री और उनकी पत्नी अभी एम्स में ही भर्ती हैं। विदित हो कि सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज उनकी पत्नी अमृता रावत और दो बेटे, दो बहुएं और एक पौत्र 30 मई को एम्स में कोरोना पॉजिटिव आने पर भर्ती किए गए थे।
एक जून को पर्यटन मंत्री व उनकी पत्नी को छोड़कर पांच स्वजनों को एम्स प्रशासन ने होम क्वारंटाइन के लिए डिस्जार्च कर दिया था। लेकिन नियमों की अनदेखी पर जब सवाल उठे तो एम्स प्रशासन ने उन्हें आधे रास्ते से वापस बुलाकर भर्ती किया था। बुधवार रात पर्यटन मंत्री के स्वजनों के डिस्जार्च पर एम्स प्रशासन का कहना है कि पर्यटन मंत्री के स्वजनों को 10 दिन से ज्यादा एम्स में भर्ती हुए हो गए थे। इस बीच इन्हें बुखार भी नहीं आया है और सभी लोग एसिम्टोमेटिक हैं। इनमें से पर्यटन मंत्री के एक पुत्र की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। शेष लोगों की रिपोर्ट का अभी इंतजार है।
शासन की नई गाइडलाइन के मुताबिक पर्यटन मंत्री के दोनों पुत्र, दोनों पुत्रवधू और उनके पौत्र को डिस्चार्ज कर होम क्वारंटाइन के लिए घर भेज दिया गया है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि नई पालिसी के तहत जिन मरीज में सात से दस दिन तक कोई लक्षण नहीं हैं उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है। इसी के तहत पर्यटन मंत्री के स्वजनों को डिस्चार्ज किया गया है। पूरे प्रदेश में इसी गाइडलाइन के तहत डिस्चार्ज किया जा रहा है।
एम्स ऋषिकेश में भर्ती बिजनौर के कोरोना संक्रमित की मौत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती बिजनौर निवासी 48 वर्षीय एक मरीज की बुधवार सुबह मौत हो गई। बीते सोमवार को इस मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इस व्यक्ति को निमोनिया की भी शिकायत थी। एम्स ऋषिकेश में अब तक छह कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। एम्स के नोडल अधिकारी कोविड डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि दादूपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश निवासी 48 वर्षीय एक व्यक्ति को उसका पुत्र बीते रविवार को ओपीडी में लेकर आया था।
इस व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया की शिकायत थी, उसकी हालत काफी गंभीर थी। ओपीडी में मरीज का सैंपल लिया गया और उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए वेंटिलेटर लाइफ सपोर्ट दिया गया। बीते सोमवार को इस मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गई।