सगे भाई और बहन ने संपत्ति विवाद में अपने ही भाई को उतारा मौत के घाट
हाल ही में जो अपराध का मामला सामने आया है वह गोरखपुर जिले का है. जहाँ नार्मल रोड स्थित खुर्रमपुर निवासी कपड़ा व्यापारी राज कुमार सिंह की हत्या संपत्ति के विवाद में की गई थी. इस मामले में पुलिस ने उनके सगे भाई संजय सिंह, बहन गीता सिंह और मुख्य आरोपित भाई विजय सिंह की पत्नी विद्यावती को गिरफ्तार कर लिया है. खबर मिली है कि पूछताछ में पता चला कि घर में ही मुंबई की संपत्ति को लेकर पंचायत बुलाई गई थी. इसी बीच राज कुमार सिंह को बेड पर धकेला गया और उनके सिर में चोट लगी फिर उनकी सांस को रोका, जिससे मौत हो गई. इस मामले में मौत के बाद विजय सिंह अपने पुत्र अभिषेक सिंह व एक अन्य को साथ लेकर शव को एकला बंधे पर फेंक आए थे.
वहीं पुलिस विजय सिंह की तलाश में लगी हुई है. इस मामले में बताया गया है उनके सगे संबंधियों की भी जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं कॉल डिटेल की मदद से पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है. खबर मिली है कि पकड़े गए आरोपितों के बारे में एसपी नार्थ अरविंद कुमार पांडेय व सीओ कैंपियरगंज दिनेश सिंह ने पुलिस लाइंस में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी. वहीं एसपी ने बताया कि राज कुमार सिंह छह भाई थे. उनको लेकर विजय सिंह, अजय सिंह, संजय सिंह, त्रिलोकी सिंह, राजेंद्र सिंह का नाम शामिल है. तीन बहन गीता, राधा, विमल सिंह हैं. इस मामले में राज कुमार सिंह की भाभी कुसुमलता सिंह ने मुंबई स्थित जमीन का आधा हिस्सा देवर त्रिलोकी को दे दिया था. वहीं आधा हिस्सा हत्या के मुख्य आरोपित विजय सिंह को देने की बात हुई थी लेकिन बाद में जमीन उसे ना देकर राजकुमार सिंह को दे दिया. इसी बात को लेकर विजय सिंह को खुन्नस थी.
जी दरअसल, पति अजय सिंह की मौत के बाद कुसुमलता अकेली हो र्गइं थीं, उनके कोई बच्चे नहीं थे और पति की मौत के बाद वह अकेली ही थीं. बीते मार्च माह में राजकुमार सिंह मुंबई से आए थे और अपने ससुराल में परिवार के साथ रह रहे थे. उसके बाद बीते 8 जून को विजय सिंह के ही कहने पर वह नार्मल स्थित आवास पर आए थे जहां पर घरवालों के बीच पंचायत हुई. गीता, त्रिलोकी, संजय, अभिषेक, विजय, विद्यावती, राधा मौजूद थी. रात आठ से नौ बजे के बीच राजकुमार सिंह के कमरे में बातचीत शुरू हुई लेकिन राजकुमार सिंह नहीं माने. इस मामले में उसके बाद अचानक विवाद बढ़ा और मारपीट हो गई. इसी बीच कमरे में राज कुमार सिंह की हत्या कर दी गई.