पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर हैं। कोरोना संकट से लेकर चक्रवात तक में राज्य सरकार की संतोषजनक भूमिका नहीं होने को लेकर उन्होंने मंगलवार को चेतावनी दी है कि सरकार की मुखिया को समय रहते संभल जाना चाहिए। नहीं तो आम लोग एकजुट होकर विद्रोह कर देंगे।
उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए हैं। इसमें उन्होंने सत्यजीत राय की फिल्मों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि हीरक राजा नाम से एक फिल्म सत्यजीत राय की है जिसमें उन्होंने दिखाया है कि किस तरह से देश के आम लोग अत्याचारी राजा के खिलाफ एकजुट होकर आंदोलन करते हैं। उस राजा की आदत रहती है कि वह किसानों मजदूरों का शोषण करता है, उन पर अत्याचार करता है।
पश्चिम बंगाल में भी हालात लगभग एक जैसे हैं। राज्य प्रशासन को बिना किसी भेदभाव, कानून के मुताबिक काम करना चाहिए। अगर हालात नहीं बदले तो जल्द ही आम लोग एकजुट होकर विद्रोह कर सकते हैं। अपने ट्वीट में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग भी किया है।
शवों को घसीटे जाने को बताया मानवता शर्मसार करने वाली घटना
कोलकाता में पिछले दिनों कोरोना के मरीजों के शवों को कथित तौर पर अमानवीय तरीके से घसीटे जाने की घटना को लेकर बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को भी एक बार फिर राज्य सरकार को घेरा था। उन्होंने इसे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया था। राज्यपाल ने शाम में ट्वीट कर कहा था कि शवों को लोहे के चिमटे से घसीट कर ले जाने जैसी मानवता को शर्मसार करने वाली घटना में अभी तक राज्य के गृह सचिव ने उन्हें रिपोर्ट नहीं दिया है। उन्होंने इस ट्वीट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी टैग करते हुए कहा था कि अभी भी उन्हें गृह सचिव की रिपोर्ट का इंतजार है।
इसके साथ ही राज्यपाल ने कहा था कि कोलकाता नगर निगम के आयुक्त ने भी समय सीमा के अंदर रिपोर्ट पेश नहीं की है। इस भयावह घटना की घोर निंदा की जानी चाहिए और इसका व्यापक विरोध होना चाहिए। इसे दबाया नहीं जा सकता।
उल्लेखनीय है कि हाल में कोलकाता नगर निगम के वाहन में कथित तौर पर कोरोना मरीजों के शवों को अमानवीय तरीके से रखे जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद से इस घटना को लेकर चारों तरफ निंदा हो रही है। वहीं, राज्यपाल भी इसको लेकर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने इस घटना को लेकर पहले ही राज्य के मुख्य सचिव व गृह सचिव से रिपोर्ट तलब किया था।