पीटीआइ शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन लगातार हों रहा उग्र, शिक्षकों ने शिक्षामंत्री कंवर पाल गुर्जर का किया घेराव
नौकरी से हटाने के विरोध में पीटीआइ शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है। बुधवार सुबह कैथल में जुटे सेवामुक्त पीटीआई शिक्षकों ने शिक्षामंत्री कंवर पाल गुर्जर का घेराव कर दिया। किसी तरह से पुलिस ने उन्हें खदेड़ते हुए शिक्षामंत्री की कार निकलवाई। इसके बाद शिक्षक अंबाला हिसार नेशनल हाईवे पर जा पहुंचे और जाम लगा दिया।
सुबह करीब दस बजे कैथल के राजकीय कॉलेज में हवन कार्यक्रम था। इसमें शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इसकी सूचना मिलते ही कॉलेज के बाहर पीटीआई शिक्षक भी पहुंच गए। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सभी विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद थाली बजाते हुए बहाली की मांग करने लगे। कुछ ही देर में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया।
जब शिक्षामंत्री की कार बाहर आने लगी तो शिक्षक जमीन पर लेट गए और विरोध करने लगे। इसके बाद कुछ शिक्षकों ने कार में बैठे शिक्षामंत्री का घेराव शुरू करा दिया। इससे पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उन्हें खदेड़ना शुरू किया। कुछ शिक्षकों को उठाकर अलग किया गया। इसके बाद मंत्री को वहां से निकाला गया। बिना बात करे मंत्री के निकल जाने से शिक्षक गुस्सा गए और अंबाला-हिसार नेशनल हाईवे पर आ गए।
महिलाओं सहित पुरुष पीटीआई शिक्षकों की भारी संख्या जुट गई। इसमें कैथल के अलावा अन्य जिलों से शिक्षक पहुंचे। नेशनल हाईवे जाम की वजह से वाहनों की कतार लग गई। पुलिस उनसे बातचीत कर रही, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं। हाईवे पर ही शिक्षक थाली बजाकर विरोध जता रहे हैं। वहीं गर्मी के बावजूद शिक्षक हाईवे पर डटे हैं।
वहीं विरोध के दौरान गर्मी की वजह से दो महिला शिक्षक बेहोश हो गईं। अध्यापिका पूनम और उर्मिला बेहोश हुई। उन्हें अन्य महिला शिक्षकों ने संभालते हुए किनारे किया। बता दें कि बर्खास्त पीटीआई शिक्षकों का जिला स्तर पर भी प्रदर्शन चल रहा है।
नौकरी से हटाए पीटीआइ ने बजाई थाली
नौकरी से हटाने के विरोध में धरनारत पीटीआइ को आठ अन्य शिक्षक व कर्मचारी संघों ने समर्थन दिया है। प्रदेश के 1983 पीटीआइ को सड़कों पर लाने के विरोध में सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बहाली तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के आह्वान पर पीटीआइ शिक्षकों ने लघु सचिवालय के समक्ष धरना दिया।
प्रदर्शन के दौरान बेहोश हुईं अध्यापिकाओं की हालत बिगड़ रही थी। उन्हें होश नहीं आ रहा था। इस वजह से साथी शिक्षक उन्हें सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे हैं। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा है। वह लगातार शिक्षकों से बातचीत कर रहे हैं। बावजूद वे पीछे नहीं हट रहे।
वहीं गर्मी की वजह से दो और अध्यापिकाएं बेहोश हो गई हैं। अपने वाहनों से महिलाओं को लेकर अस्पताल ले जाया जा रहा है। अभी प्रशासन की ओर से कोई नहीं पहुंचा है। शिक्षक लगातार जाम लगाए हुए थाली पीटकर विरोध जता रहे हैं। वहीं शिक्षकों का कहना है कि शिक्षामंत्री बिना बात किए निकल गए। कम से कम मंत्री को बात तो सुननी चाहिए थी। उन्होंने सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है।
पानीपत में तीन दिन से धरना दे रहे पीटीआई शिक्षक
पानीपत में बर्खास्त पीटीआई शिक्षक तीसरे दिन भी धरनारत हैं। शुक्रवार को शिक्षकों ने सभी बीइओ को ज्ञापन देकर सोमवार से धरने की चेतावनी दी थी। तीन दिन से धरनारत शिक्षकों की सुनने कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं आया है। शिक्षक नौकरी वापस मिलने तक धरने पर अड़े रहने की बात कह रहे हैं। लगातार सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की जा रही है।
करनाल में भी क्रमिक अनशन जारी
नौकरी बहाली की मांग को लेकर पीटीआई शिक्षकों का लघु सचिवालय के बाहर क्रमिक अनशन जारी है। बुधवार को भी तय किए गए रोटेशन के अनुरूप पांच शिक्षक अनशन पर बैठे और थाली-चम्मच बजाकर गुस्सा व्यक्त किया। राज्य शारीरिक शिक्षक संघ के महासचिव रविंद्र चौहान ने बताया कि नौकरी बहाली की मांग को लेकर अनशन जारी है। समस्या का हल न निकलने पर सीएम सिटी में प्रदेशस्तरीय धरना दिया जाएगा। उन्होंने व अन्य शिक्षकों ने कैथल में पेश आए हालिया घटनाक्रम को लेकर गहरा रोष जाहिर किया।