हरियाणा के लोगों का गर्मी से बुरा हाल, मौसम विज्ञानियों पहली बारिश होने की जताई संभावना

हरियाणा में झुलसाती गर्मी सितम ढाह रही है। हवा के गर्म थपड़ों और लू ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है और दिन में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। चिलचिलाती धूप से दिन में तपाती रहती है। रात को भी हालत बुरी रहती है। इन सबके बीच मौसम विज्ञानियों ने 20 जून को राहत मिलने और प्री मानसून की ब‍ारिश की संभावना जताई है। इसके बाद 24 जून से बारिश की उम्‍मीद है।

मौाम विज्ञानियों का कहना है कि हरियाणा में लगातार गर्मी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है कि न तो कोई पश्चिमी विक्षोभ बना है और मौसम में भी किसी प्रकार का बदलाव नहीं हुआ। ऐसे में मौसम साफ रहने के कारण तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। शुक्रवार को भी गर्मी के तेवर सातवें आसमान पर दिखाई दिए। इसमें सबसे अधिक दिन का तापमान सिरसा का 44.3 डिग्री सेल्सियस तो दूसरे स्थान पर हिसार में 44.2 डिग्री सेल्सियस तापमान है।

यह ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई शहरों में रात्रि तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। जो दिखाता है कि सुबह-शाम कितनी गर्मी पड़ रही है। वैसे लोगों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मानसूनी हवाएं इस समय मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के आसपास हैं। सब कुछ ठीक रहा तो प्री मानसून की पहली बारिश 20 जून को होने की संभावना है।

20 व 21 जून को होगी बारिश

हिसार के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि 19 जून रात्रि से गरज-चमक के साथ मौसम में परिवर्तन हो सकता है। इसके बाद 20 व 21 जून को हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। पहली बारिश होने पर यह मान लिया जाएगा कि प्रदेश में प्री-मानसून की आवक हो चुकी है। इसके साथ ही 22 व 23 जून को आंशिक बादलवाई छाई रह सकती है। 24 जून के बाद फिर से बारिश होगी।

सामान्य से सात फीसद अधिक बारिश की संभावना

मौसम विभाग के पूर्वानुमान पर गौर करें तो इस बार सामान्य से सात फीसदी अधिक बारिश होने की संभावना जताई है। समय पर मानसून आया तो यह किसानों के लिए फायदेमंद रहेगा। भारत मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम क्षेत्र यानि राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर आदि में मानसून ऋतु की वर्षा दीर्घावधि औसत के 107 फीसद, मध्य भारत में 103 फीसद, दक्षिणी प्रायद्वीप में 102 फीसद तथा पूर्वोत्तर भारत में 96 फीसद होने की संभावना है। इसमें 8 फीसद की मॉडल त्रुटि हो सकती है। समूचे देश के लिए जुलाई माह में दीर्घावधि औसत के 103 फीसद तथा अगस्त माह में 97 फीसद वर्षा होने की संभावना है। इसमें 9 फीसद की मॉडल त्रुटि हो सकती।

प्रदेश में कहां-कहां कितना रहा तापमान (डिग्री सेल्सियस)

जिला- अधिकतम- न्यूनतम

अंबाला- 40.8- 26.9

भिवानी- 43.8- 30.2

चंडीगढ़- 40.2- 29.6

पंचकूला- 40.1- 29.5

फरीदाबाद- 42.5- 28.5

गुरुग्राम- 42.5- 28.0

हिसार- 44.2- 28.6

करनाल- 39.5- 28.0

कुरुक्षेत्र- 41.0- 28.4

नारनौल- 43.6- 30.2

रोहतक- 43.8- 30.2

सिरसा- 44.3- 29.5

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