केंद्रीय गृह अमित शाह ने कहा- हम 1962 के युद्ध से लेकर अब तक की चर्चा के लिए हैं तैयार

चीन के साथ एलएसी पर जारी तनाव को लेकर कांग्रेस देश में सियासत जारी है। राहुल गांधी बार-बार चीन के साथ गतिरोध को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि, अन्य विपक्षी दलों ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सरकार के रुख का समर्थन किया है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए संसद में बहस करने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि हम 1962 के युद्ध से लेकर अब तक की चर्चा के लिए तैयार हैं।

पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी के ‘सरेंडर मोदी’ के हैशटैग का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि पार्लियामेंट होनी है, चर्चा करनी है तो आएं, करेंगे। 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाए। कोई नहीं डरता चर्चा से। जब जवान संघ्रष कर रहा है, सरकार ठस कदम उठा रही है, उस वक्त पाकिस्तान और चीन को खुश करने वाला बयान नहीं देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार भारत विरोधी प्रचार को संभालने में पूरी तरह से सक्षम है, लेकिन यह देखकर तब दुख होता है जब इतनी बड़ी पार्टी का पूर्व अध्यक्ष ऐसी ‘ओछी राजनीति’ करता है। यह उनके और कांग्रेस के लिए आत्मनिरीक्षण का विषय है कि उनके हैशटैग को पाकिस्तान और चीन इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस को इस बारे में सोचना चाहिए कि उनके नेता का हैशटैग पाकिस्तान और चीन द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है।

वर्तामान में भारतीय जमीन पर चीनी सैनिकों की मौजूदगी को लेकर पूछे गए सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एलएसी की स्थिति पर टिप्पणी करने का यह उपयुक्त समय नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्रीफिंग चल रही है और अगर जरूरत पड़ी तो वह इसका जवाब देंगे।

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