कजाकिस्तान से लौटा बुजुर्ग स्क्रीनिंग से पहले दिल्ली एयरपोर्ट की एंट्री गेट से हुआ गायब
कोरोना वायरस (Corornavirus) के चलते इन दिनों देश के सारे एयरपोर्ट पर कड़ी जांच की जा रही है. विदेश से आने वाले यात्रियों को स्क्रीनिंग के बाद ही बाहर निकलने की इजाजत होती है. ऐसे यात्रियों को 7 दिनों के लिए क्वारंटीन सेंटर में भी रखा जाता है. जबकि अगले 7 दिनों के लिए उन्हें घर में क्वारंटीन रहना पड़ता है. लेकिन इन सब के बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. कजाकिस्तान से लौटे 72 साल के बुजुर्ग स्क्रीनिंग छोड़ एयरपोर्ट से फरार हो गए.
एंट्री गेट से गायब!
वंदे भारत मिशन के तहत ये बुजुर्ग शनिवार को दिल्ली पहुंचे थे. एयरपोर्ट पर जब अधिकारियों ने स्क्रीनिंग के लिए उनका नाम पुकारा तो वो वहां नहीं थे. IGI एयरपोर्ट के पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने कहा कि उन्हें यमुना विहार के मजिस्ट्रेट ऑफिस से सूचना मिली कि दिलशाद गार्डन के एक निवासी, एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 स्क्रीनिंग हॉल के एंट्री गेट से गायब हैं. पुलिस ने कहा कि स्क्रीनिंग की प्रक्रिया से बचने के लिए उसने जानबूझकर ऐसा किया.
बेटी के घर में छुपे थे
बाद में पुलिस की एक टीम उनकी तलाश में दिलशाद गार्डेन पहुंची. लेकिन वो वहां नहीं थे. बाद में पुलिस ने सीसीटीवी के फुटेज को खंगाला तो पता चला कि वो गाजियाबाद के इदिरापुरम में अपनी बेटी के घर में थे. इसके बाद रविवार शाम को पीपीई किट पहना कर एक टीम को उनके पास उन्हें लाने के लिए भेजा गया. बुजुर्ग ने दलील दी कि वो बीमार हैं और उन्हें हेल्थ डिपार्टमेंट ने 14 दिनों की होम क्वारंटीन की इजाजत दे दी है.
अब होगी गिरफ्तारी
हलांकि बाद में पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने बताया कि उन्हें क्वारंटीन और स्क्रीनिंग के बारे में पता नहीं था. इस बीच उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. कानून के अनुसार उन्हें आईपीसी की धारा 188 (सरकारी आदेश का उल्लंघन करने के लिए), 269 (जीवन के लिए खतरनाक बीमारी के संक्रमण को फैलाने के लिए लापरवाही से काम करना) और 270 (घातक जीवन के लिए खतरनाक बीमारी का संक्रमण फैलने की संभावना ) के तहत मामला दर्ज किया गया है. क्वारंटीन खत्म होने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया जाएगा.