इंग्लैंड व वेस्टइंडीज की टीम टेस्ट मैच के लिए पूरी तरह से तैयार हैं लेकिन बारिश ने डाला खलल
इंग्लैंड व वेस्टइंडीज के बीच एजेस बाउल स्टेडियम में दोपहर तीन बजे से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला जाना था, लेकिन बारिश की वजह से मैदान थोड़ा गीला है और ऐसे में टॉस नहीं हो पाया है। बारिश के बाद मैदान पर काले बादल छा गए हैं, जिससे कि अंधेरा हो गया है। मौसम साफ होते ही मुकाबला शुरू होगा।
कोविड 19 महामारी की वजह से मार्च के अंत से क्रिकेट पूरी तरह से बंद है ऐसे में इस सीरीज के जरिए नई उम्मीदों के साथ क्रिकेट की वापसी हो रही है। इसके अलावा नए नियमों के साथ बदले अंदाज में ये टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। वेस्टइंडीज की टीम ने 1988 के बाद इंग्लैंड में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है ऐसे में वो इस बार अपने इस खराब रिकॉर्ड को तोड़ना चाहेंगे।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी की बात की जाए तो उसके पास ज्यादा अनुभव नहीं है लेकिन घर में खेलने के कारण कहा जा सकता है कि उसका पलड़ा भारी रहेगा। रोरी बर्न्स, जो डेनली, जैक क्रॉले पर शीर्ष क्रम की जिम्मेदारी है। इंग्लैंड के पास हालंकि दो अनुभवी खिलाड़ी जोस बटलर और स्टोक्स हैं जो अपनी शानदार बल्लेबाजी से मैच का रुख बदल सकते हैं। दोनों टीमें इस मैच में ब्लैक लाइव्स मैटर के लोगो को साथ उतरेंगी। अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद से इस आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है।
वेस्टंडीज की बल्लेबाजी की बात की जाए तो यह उसकी कमजोर कड़ी है और यहां इग्लैंड को भी परेशानी हो सकती है क्योंकि नियमित कप्तान जो रूट के न होने से उसको थोड़ी चिंता तो होगी। रूट की गैरमौजूदगी में बेन स्टोक्स टीम की कप्तानी कर रहे हैं। रूट बच्चे के जन्म के कारण इस मैच में नहीं खेल पा रहे हैं। टीम के मुख्य बल्लेबाज होने के नाते उनकी कमी टीम को खलेगी।
वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की बात की जाए तो काफी कुछ क्रेग ब्रेथवेट और शाई होप पर निर्भर करेगा। यह दोनों टीम की बल्लेबाजी की धुरी हैं। एक बार अगर इंग्लैंड ने इन दोनों के विकेट निकाल लिए तो विंडीज के लिए संभलना मुश्किल हो सकता है। शेन डॉवरिच भी अच्छी बल्लेबाजी करने का दम रखते हैं। निचले क्रम में कप्तान होल्डर का बल्ला भी चला तो विंडीज को राहत मिलेगी।
आइसीसी ने हालांकि महामारी को देखते हुए कुछ बदलाव किए हैं जिनके मुताबिक यह सीरीज खाली स्टेडियम में बिना दर्शकों के खेली जाएगी। साथ ही आइसीसी ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया है। यह हालांकि दोनों टीमों के लिए चिंता की बात है क्योंकि अगर देखा जाए तो इंग्लैंड की स्थितियों में तेज गेंदबाज हावी रहते हैं और दोनों टीमों के पास अच्छे तेज गेंदबाज भी हैं। ऐसे में नई परिस्थितियों से वाकिफ होने में दोनों टीमों को वक्त लगेगा।
गेंदबाजी में इंग्लैंड के पास जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के अलावा क्रिस वोक्स और जोफ्रा आर्चर हैं जो इंग्लैंड की परिस्थितियों में कहर बरपा सकते हैं। वहीं विंडीज के पास शेनोन गैब्रिएल, केमार रोच, कप्तान जेसन होल्डर और अल्जारी जोसेफ हैं जिनके पास अच्छी खासी गति है। अब देखना होगा कि लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगने से इनके प्रदर्शन पर क्या फर्क पड़ता है।
टीमें :-
इंग्लैंड टीम : बेन स्टोक्स (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर, रोरी बर्न्स, डोम बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, जोस बटलर (विकेटकीपर), जैक क्रॉले, जो डेनली, ओली पोप, डोम सिब्ले, मार्क वुड, क्रिस वोक्स।
वेस्टइंडीज टीम : जेसन होल्डर (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड, निकुरमाह ब्रोनर, क्रेग ब्रेथवेट, शारमाह ब्रूक्स, जॉन कैंपबेल, रोस्टन चेज, रखीम कोर्नवाल, शेन डॉवरिच, शेनोन गैब्रिएल, चेमार होल्डर, शाई होप, अल्जारी जोसेफ, रेमन रेइफर, केमार रोच।