लखनऊ: मां-बेटी के आत्मदाह की कोशिश पर बोली मायावती – गंभीर हो सरकार, अफसरों पर हों कार्रवाई
प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सुरक्षित तथा वीआइपी क्षेत्र में शुमार मुख्यमंत्री ऑफिस लोक भवन के सामने अमेठी की मां-बेटी के जमीन के विवाद में आत्मदाह के प्रयास पर पूर्व मुख्यमंत्री तथा बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती बेहद द्रवित हैं। बसपा मुखिया ने शनिवार को सुबह एक ट्वीट पर प्रदेश सरकार से इस प्रकरण पर तत्काल गंभीर होने के साथ लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने कहा है कि जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर मां-बेटी को लखनऊ में सीएम कार्यालय, लोक भवन के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। उत्तर प्रदेश सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले तथा पीडि़त को न्याय दे। इसेक साथ ही प्रदेश सरकार सभी लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुन: न हों।
गौरतलब है कि अमेठी में छोटी की नाली के विवाद का लम्बे समय से कोई समाधान न होता देख एक मां ने अपनी बेटी के साथ शुक्रवार को लखनऊ का रुख किया। नाली विवाद में हमला और फिर इंसाफ न मिलने से आहत अमेठी की मां-बेटी ने शुक्रवार शाम लोकभवन (मुख्यमंत्री कार्यालय) के गेट नंबर तीन के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया। मां करीब 70 फीसद और बेटी 15 फीसद झुलस गई है। इन दोनों का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। घटना के दौरान तमाशबीन मदद के बजाए मोबाइल पर वीडियो बनाते रहे। इस मामले में देर रात, मां-बेटी की शिकायत पर कार्रवाई न करने के आरोप में अमेठी के एसपी ने जामो थाने के इंस्पेक्टर रतन सिंह, बीट दारोगा व दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया।
यह आत्मघाती कदम उठाने वाली मां सोफिया और बेटी गुडिय़ा अमेठी के जामो थाना क्षेत्र की निवासी हैं। सिविल अस्पताल में भर्ती मामूली रूप से झुलसी गुडिय़ा ने पूरे वाकये की वजह बताई। उन्होंने बताया किगांव में कुछ दबंगों ने नाली विवाद में उसकी मां और उसे सार्वजनिक रूप से जमकर पीटा। जब जामो थाना पहुंची तो दबंग वहां भी आ धमके। पुलिस के सामने थाने से बाहर भगा दिया। इसके बाद उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप पर आरोपितों के खिलाफ किसी तरह एफआइआर दर्ज हुई। पुलिस में शिकायत के बाद दबंग और भड़क उठे। देर रात उनके घर पहुंच गए और लाठी डंडे से हम दोनों को फिर जमकर पीटा। गुडिय़ा बोली, उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था। लोकभवन के सामने जान देने का फैसला किया।
डेढ़ माह में विवाद नहीं सुलझा सकी पुलिस
अमेठी के जामो कोतवाली क्षेत्र के कस्बा निवासी अलगू साहू व सोफिया के बीच नाली को लेकर डेढ़ माह पहले विवाद हुआ था। दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई। पुलिस कागजी कार्रवाई करती रही। अलगू का बेटा अर्जुन व साफिया की बेटी दोनों उच्च प्राथमिक विद्यालय में अनुदेशक के पद पर कार्यरत हैं। डीएम अरुण कुमार ने बताया कि आबादी की भूमि में नाली को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। दोनों पक्षों पर बीते 16 मई को निरोधात्मक कार्रवाई की गई थी, जिसकी अगली तारीख एसडीएम कोर्ट में 21 जुलाई को लगी है।