दुनिया का वो अद्वितीय देश, जहां स्त्री और पुरुष पहनते हैं एक समान वस्त्र
दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जो अपनी विशेष पहचान के लिए जाने जाते हैं। कई देश अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं, तो वहीं कई देशों की अनोखी संस्कृति और वहां के नागरिकों का रहन-सहन उसे विशेष बनाती है। कुछ इसी तरह का एक देश मेडागास्कर भी है, जो दुनिया का चौथा सबसे बड़ा द्वीप है। आज हम आपको मेडागास्कर से जुड़े मजेदार और अनोखे तथ्यों के बारे में बताएंगे।
एक ओर जहां पुरा विश्व कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जूझ रहा है, तो वहीं मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना हर्बल टी और हर्बल ड्रिंक कोविड-ऑर्गेनिक्स से कोविड-19 के रोकथाम का दावा कर रहे थे। आज मेडागास्कर में 10 हजार से भी अधिक कोरोना संक्रमित के केस हो गए हैं और डेथ आंकड़ा भी 108 है। हालांकि, यहां रिकवरी रेट 72% के करीब है।
बोर्निया द्वीप से आए थे लोग
मेडागास्कर का पूरा नाम रिपब्लिक ऑफ मेडागास्कर है, जो अफ्रीका के दक्षिणी तट के पास इंडियन ओशियन में एक द्वीपीय देश है। इस देश में बसने वाले लोग बोर्नियो द्वीप से आए, जो अब ब्रुनेई, इंडोनेशिया और मलेशिया के बीच विभाजित है।
मेडागास्कर के नागरिकों का पोशाक
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मेडागास्कर में बच्चे हो या बूढे़ या फिर महिला हो या पुरुष सभी लोग एक समान कपड़े पहनते हैं। इस पोशाक को स्थानिय भाषा में ‘लाम्बा’ कहा जाता है। बता दें कि मृतकों के लिए भी कफन के तौर पर लाम्बा को ही इस्तेमाल में लाया जाता है।
रेड आइलैंड के नाम से है मशहूर
अनोखे रंग की मिट्टी होने की वजह से मेडागास्कर को रेड आइलैंड के तौर पर भी जाना जाता है। यहां ऐसी कई औषधीय पौधों की प्रजातियां हैं, जिसे हर्बल उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। प्राकृतिक रूप से धनी होने के बावजूद भी मेडागास्कर अफ्रीका के सबसे गरीब देशों में से एक है। यहां के लोग मालागासी और फ्रेंच भाषाएं बोलते हैं।
रेड आइलैंड के नाम से है मशहूर
अनोखे रंग की मिट्टी होने की वजह से मेडागास्कर को रेड आइलैंड के तौर पर भी जाना जाता है। यहां ऐसी कई औषधीय पौधों की प्रजातियां हैं, जिसे हर्बल उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। प्राकृतिक रूप से धनी होने के बावजूद भी मेडागास्कर अफ्रीका के सबसे गरीब देशों में से एक है। यहां के लोग मालागासी और फ्रेंच भाषाएं बोलते हैं।