विटामिन सी से भरपूर इस फल का सेवन कई रोगों से दिलाता है छुटकारा
करौंदा कई गुणों से युक्त है, इसे एंटीबॉयटिक का अच्छा स्रोत मानते हैं, साथ ही इसमें आयोडीन की भरपूर मात्रा भी होती है। अपनी नियमित आयोडीन की जरूरत को पूरी करने के लिए आप इसके ताजे फलों का सेवन कर सकते हैं, इसका जूस भी पीना फायदेमंद है। अगर जूस पीने में कड़वा लगे तो इसमें शुगर भी मिला सकते हैं। चटनी, अचार और मुरब्बे के रूप में प्रयोग होने वाला करौंदा स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी होता है अच्छा। विटामिन सी से भरपूर इस फल का सेवन कई रोगों से दिलाता है छुटकारा।
पोषक तत्वों से भरपूर: करौंदे में ढेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके जूस में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए ये सभी के लिए फायदेमंद है। करौंदे में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होने के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो अन्य फलों तथा सब्जियों की तुलना में कहीं अधिक हैं। किसी भी तरह से करौंदे का नियमित सेवन इम्युनिटी को मजबूत बनाता है। करौंदा में विटामिन ई के साथ ही आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, जिंक आदि भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं।
बीमारियों से रखता है सुरक्षित: करौंदे के रस का प्रतिदिन सेवन करने से काफी हद तक स्तन कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है। इसमें कम कैलोरी होने के कारण यह वजन घटाने में भी सहायक है और स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण कर हमें रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। यह ब्लड प्रेशर को ठीक करने के साथ ही चेहरे की झुर्रियों को कम करके त्वचा को चमकदार बनाता है। करौंदा भूख बढ़ाता है, पित्त को शांत करता है। यह अधिक प्यास लगने व दस्त की समस्या से निजात दिलाता है।
मुंह के रोगों को करे दूर: करौंदे का जूस मसूड़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके रस का सेवन करने से मसूड़ों की समस्याएं दूर होती हैं। जिन लोगों में सांस की दुर्गंध की समस्या होती है या पायरिया का संक्रमण होता है, उनके लिए इसका किसी भी रूप में नियमित प्रयोग बहुत फायदा देता है।
दिल को रखे दुरुस्त: करौंदा का जूस दिल की बीमारियों में भी बहुत फायदा देता है। इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित रहता है और हार्ट अटैक की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है। इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स हमारे शरीर को बीमारियों से बचाने वाले सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
बैक्टीरिया से बचाए: करौंदे का रस पाचन समस्याओं के साथ यूरीन से संबंधित रोगों में बहुत उपयोगी है। इसके जूस में सेलीसायलिक एसिड पाया जाता है, जो ब्लैडर की वॉल पर बैक्टीरिया और कोशिकाओं को मिलने से रोकते हैं। इसलिए करौंदा खाने या इसके रस को पीने से यूटीआई की समस्या ठीक होती है। इसके साथ ही यह यूरीन के रास्ते से गंदे बैक्टीरिया को बाहर निकालने का काम करता है।