दिल्ली: बीजेपी कार्यकर्ता को बदमाशों ने सरेआम मारी गोली, बेटे पर चाकू से हुआ वार, दोनों की मौत
पूर्वी दिल्ली का नंद नगरी इलाका सोमवार सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट और चीखपुकार से गूंज उठा। दरअसल, सोमवार सुबह हथियार से लैस बदमाशों ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। इसके साथ ही वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ता के बेटे पर भी चाकू से कई वार किए। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। वहीं, वारदात को अंजाम देकर बदमाश मौके से फरार हो गए। बदमाशों की गोलियों का शिकार हुए मृतक की पहचान जुल्फिकार कुरैशी के रूप में हुई, जबकि जुल्फिकार के बेटे जांबाज कुरैशी चाकुओं से गोदकर मारा गया। वहीं, पुलिस ने बताया है कि जांबाज ने मरने से पहले तीन बदमाशों नासिर, राशिद और ताहिर का नाम लिया है। तीनों सुंदर नगरी के रहने वाले हैं। जुल्फिकार की तीनों से रंजिश चल रही थी। तीनों बदमाशों का सुंदर नगरी में कबाड़े का काम है।
जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, पिता जुल्फिकार कुरैशी और उनके पुत्र जांबाज कुरैशी फ़ज़ीर की नमाज पढ़कर सोमवार सुबह जैसे ही मस्जिद से बाहर निकले। वहां पर पहले से ही गली में घात लगाए बैठे बदमाशों ने दोनों पर हमला कर दिया। सुबह का वक्त होने के कारण भीड़ नहीं थी। ऐसे में मदद भी नहीं मिल गई।
पहले भी कई बार हो चुका था हमला
स्थानीय लोगों की मानें तो जुल्फिकार कुरैशी पर पहले भी कई बार हमले हो चुके है। पुलिस की ओर से उन्हें एक पीएसओ भी मिला हुआ है, वारदात के वक्त वह साथ नहीं था। जुल्फिकार भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा व संघ से जुड़े इंद्रेश कुमार के हिमालय परिवार से जुड़े हुए थे।
असामाजिक तत्वों के खिलाफ खोला था मोर्चा
जुल्फिकार कुरैशी ने कई माफिया और मादक पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। उनकी हत्या क्यों हुई? अभी इसका खुलासा नहीं हो सका है। जुल्फिकार कुरैशी की दिन-दहाड़े हत्या से इलाके में दहशत का माहौल है। वहीं, हत्या की बात सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस भी अभी कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि बदमाशों की तलाश तेज कर दी गई है।