हरियाणा: दहेज की मांग पूरा करने में असमर्थ पिता ने बहन के घर जाकर की आत्महत्या
वर पक्ष की लगन पर 30 लाख रुपये के दहेज की मांग पूरा करने में असमर्थ लड़की के पिता ने अपनी बहन के घर जाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले लड़की के पिता ने शादी कार्ड पर ही सुसाइड नोट भी लिखा है तथा दहेज की मांग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। राजस्थान के अलवर जिला की खुशखेड़ा थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आत्महत्या हत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।
ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले गांव पाड़ला निवासी कैलाश तंवर ने अपनी बेटी की शादी गुरुग्राम के गांव कासन निवासी सुनील कुमार के बेटे रवि के साथ तय की थी। इसके साथ ही बेटे का रिश्ता राजस्थान के दौसा में तय किया हुआ है। 25 नवंबर को बेटी की शादी होनी तय की गई थी तथा बेटे का लगन समारोह था। सोमवार को बेटी का लगन लेकर गांव कासन जाना था तथ एक दिसंबर को बेटे की शादी होनी थी।
आरोप है कि लगन से पहले गांव कासन निवासी वर पक्ष ने बिचौलिये के जरिए दहेज में 30 लाख रुपये का सामान लेकर आने की मांग रख दी। 19 नवंबर को कैलाश अलवर जिला के गांव बूढी बावल निवासी अपने बहनोई चेतराम व भांजे को साथ लेकर वर पक्ष के घर गए तथा उन्हें बताया कि वह 30 लाख का सामान नहीं दे सकते। आरोप है कि वर पक्ष ने चेतावनी दी कि यदि 30 लाख के दहेज की व्यवस्था न हो तो लगन लेकर मत आना। इसके बाद कैलाश तंवर बेटी की शादी को लेकर तनाव में आ गए। वह अपने बहनोई के साथ ही उनके घर राजस्थान के गांव बूढी बावल चले गए तथा वहीं पर 19 नवंबर को ही फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
शादी के कार्ड पर लिखा सुसाइड नोट
कैलाश ने आत्महत्या करने से पहले शादी कार्ड पर सुसाइड नोट लिख कर छोड़ा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘मैंने लड़की का रिश्ता कासन निवासी सुनील कुमार के बेटे रवि से कर रखा था। मैंने सभी तैयारियां कर रखी है। मैं अपनी हैसियत के हिसाब से 13 से 15 लाख रुपये लगाने को तैयार था, लेकिन सुनील, गांव अलियर निवासी पूर्व सरपंच मामचंद और विनयपाल व मंजू देवी बार-बार दहेज के लिए परेशान कर रहे है। मैं इतना खर्च नहीं कर सकता। मैं समाज में इज्जत बचाने के लिए कासन में गया, लेकिन उन लोगों ने रिश्ते के लिए मना कर दिया। मैं अब समाज में जिंदा नहीं रह सकता। मेरी मौत के जिम्मेदार सुनील कुमार, मामचंद, विनय व मंजू है। मेरी मुख्यमंत्री हरियाणा व प्रमुख बुद्धिजीवियों से विनती है कि इस प्रकार के लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं। कृपया मेरा आखिरी प्रणाम। मोदी जी, मनोहर लाल जी, अशोक गहलोत जी व भंवर जितेंद्र सिंह जी मेरी आखिरी राम-राम।’
आरोपितों पर मामला दर्ज
आत्महत्या की सूचना के बाद राजस्थान पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में ले लिया है तथा जांच कर रही है। खुशखेड़ा थाना एसएचओ रमाशंकर ने बताया कि मृतक की बेटी की शिकायत पर आरोपित रवि, सुनील, विनयपाल, मंजू व मामचंद के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया गया है। जांच के बाद आवश्यकतानुसार अन्य धाराएं भी लगाई जाएंगी।