बिहार में बढ़ रहे कोरोना मरीज, संक्रमितो की संख्या 4598 तक पहुंची, अब तक 30 लोगों की हों चुकी है मौत
बिहार में कोरोना (CoronaVirus) संक्रमितों का आंकड़ा 4598 तक पहुंच चुका है, लेकिन राहत की बात यह है कि इनमें लगभग आधे अब ठीक हो चुके हैं। जबकि 30 की मौत हो चुकी है। खास बात यह भी है कि संक्रमण के मामले में अब खगडि़या पटना को पीछे छोड़ टॉप पर पहुंच गया है। इस बीच राज्य के सबसे बड़े कोरोना या कोविड अस्पताल (COVID Hospital) का दर्जा प्राप्त पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (NMCH) में शुक्रवार की भारी बारिश के कारण बारिश व नाले का पानी घुस गया। अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के वार्ड में भी जल-जमाव के कारण परेशानी हुई।
शुक्रवार को मिले 146 मामले
आंकड़ों की बात करें तो शुक्रवार रात तक राज्य में कुल 4598 मामले मिले थे, जिनमें 2233 लोग ठीक हो चुके थे। देर रात तक राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 2335 थी। शुक्रवार को कोरोना के 146 नए मामले मिले थे।
संक्रमण के मामले में टॉप पर खगडि़या
संक्रमण के मामले में खगडि़या अब टॉप पर है। इसके पहले तक पटना में सबसे अधिक संक्रमित थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार शुवार रात तक खगडिय़ा में संक्रमितों की कुल संख्या 273 हो गई थी। जबकि, पटना में संंक्रमितों की संख्या 268 है।
अब तक 30 मरीजों की हो चुकी मौत
कोरोना से मरने वालों की संख्या 30 हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मौत की अंतिम सूचना शुक्रवार को अररिया से मिली।
पटना के कोरोना अस्पताल में जल-जमाव
राज्य में हवा के कम दबाव के कारण बीते गुरुवार से बारिश हो रही है। इस कारण शुक्रवार को पटना के कोविड अस्पताल (NMCH) में बारिश व नाले का पानी घुस गया। अस्पताल परिसर व वार्ड से पानी निकालने की कार्रवाई तत्काल श्ुारू की गई, लेकिन जलजमाव से कोरोना मरीजों को परेशानी हुई। इस दौरान अस्पताल के अंदर आवारा कुत्ते भी घूमते देखे गए।
मरीजों को दूसरे वार्ड में किया जा रहा शिफ्ट
कोविड अस्पताल (एनएमसीएच) के अंदर पानी भरने के से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए शुक्रवार को अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा ने कई विभागाध्यक्षों एवं डॉक्टरों के साथ बैठक की। बैठक में मेडिसीन आइसीयू में भर्ती पांच और वार्ड में भर्ती 12 कोरोना संक्रमित मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करने को लेकर विचार-विमर्श हुआ। अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि अंतिम रूप से सर्जिकल आइसीयू व अन्य वार्डों में मरीजों को शिफ्ट करने पर सहमति बनती नजर आई। स्वीकृति मिलते ही मरीजों को सुबह में शिफ्ट किया जाएगा।