भारतीय मछुआरों की रिहाई के लिए श्रीलंका सरकार के संपर्क में है भारत: विदेश मंत्रालय
श्रीलंकाई नौसेना ने हाल ही में कई भारतीय मछुआरों को पकड़ा है। भारत ने गुरुवार को कहा कि राजनयिक पहुंच, मछुआरों और उनकी नौकाओं की शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए वह श्रीलंका सरकार के साथ संपर्क में है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमने 36 भारतीय मछुआरों और मछली पकड़ने में इस्तेमाल की जाने वाली उनकी नौकाओं को 14 और 15 दिसंबर को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़े जाने के बारे में खबरें देखी हैं। इसी तरह की सूचना तमिलनाडु सरकार से भी मिली है।’
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘सरकार इस मुद्दे को उच्च प्राथमिकता देती है और हम कोलंबो स्थित अपने उच्चायोग और जाफना स्थित वाणिज्य दूतावास के जरिए श्रीलंका सरकार के साथ करीबी संपर्क में हैं।’
श्रीवास्तव ने इस बात का जिक्र किया कि मछुआरों से जुड़ा मुद्दा भारत और श्रीलंका के बीच कई वर्षो से द्विपक्षीय बातचीत के एजेंडे में रहा है। उन्होंने कहा, ‘दोनों सरकारें इस आवश्यक मानवीय विषय को उच्च स्तर पर सुलझा रही हैं और इस विषय का मानवीय तरीके से हल करने के लिए एक साझा सहमति है। मछुआरों के मुद्दे पर चर्चा और सहयोग के लिए दोनों देशों के बीच एक द्विपक्षीय तंत्र है।’
डीएमके के प्रमुख एमके स्टालिन ने गिरफ्तारियों की निंदा की थी। स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से तत्काल 36 मछुआरों को लाने की कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। तमिलनाडु के विपक्षी नेता और डीएमके अध्यक्ष ने एक ट्वीट में कहा था कि जब तक कोविड -19 के प्रतिबंध लागू हैं, तब भी श्रीलंकाई नौसेना का तमिल मछुआरों को गिरफ्तार करने का कृत्य बेहद निराशाजनक और अप्रत्याशित है। मैं विदेश मंत्री एस जयशंकर से अनुरोध करता हूं कि वह हमारे 36 हिरासत में लिए गए मछुआरों और उनके मछली पकड़ने के गियर्स को तुरंत घर वापस लाने के लिए तुरंत कार्रवाई करें।