राम मंदिर के लिए रामनाथ कोविंद ने दिया 5 लाख एक रुपये का चंदा और हीरा…
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत आज से हो गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सबसे पहले 5 लाख एक रुपये का समर्पण निधि दिया. इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रुपये का चंदा दिया.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज और विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार समेत वीएचपी के बड़े नेताओं ने सुबह 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की.
राम मंदिर निर्माण के लिए अहमदाबाद के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोढाकिया ने 11 करोड़ रुपये का चंदा दिया है. गोंविदभाई ढोढाकिया लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हुए हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि संग्रह अभियान के अंतर्गत अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदु परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री विनायक राव देशमुख जी को एक लाख रुपए का चेक दिया.
राम मंदिर निर्माण के लिए आज सबसे बड़ा चंदा रायबरेली से मिलेगा. रायबरेली के सुरेंद्र सिंह आज मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये का समर्पण निधि सौंपेंगे. इस मौके पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चंपत राय मौजूद रहेंगे.
वाराणसी में राम मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए अभियान शुरू हो गया है. काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन के बाद अभियान शुरू हुआ. विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी एवं काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक ने बाबा विश्वनाथ को चढ़ाया समर्पण चढ़ाया
विश्व हिंदू परिषद आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से भी राम मंदिर के लिए आज चंदा लेने जाएगी.
27 फरवरी तक चलेगा चंदा जुटाने का अभियान
आपको बता दें कि राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने का अभियान आज से शुरू हो रहा है, जिसमें पांच लाख से ज्यादा गांवों में बारह करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क साधा जाएगा और उनसे चंदा मांगा जाएगा. चंदा जुटाने का अभियान 27 फरवरी तक चलाया जाएगा. अभियान के तहत राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद लोगों का समर्पण और सहयोग राशि लेगी.
इस दौरान 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन होंगे. 2000 रुपए से ज्यादा सहयोग करने वालो को रसीद दी जाएगी. इस चंदे के माध्यम से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न होगा.