लखनऊ के लोहिया अस्पताल में इस शख्स को लगा कोरोना का पहला टीका
लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अरुण कुमार श्रीवास्तव नाम के एक शख्स को सबसे पहले कोरोना का टीका लगाया गया है. अरुण कुमार की उम्र 51 साल है. वह लोहिया अस्पताल में अकाउंट ऑफिसर हैं. वह साल 2008 से ही इस संस्थान में काम कर रहे हैं. उनके तीन बच्चे हैं. उन्होंने बताया कि सबसे पहले उनका नाम 50 लाभार्थियों में आया था. इस बारे में उनको मोबाइल पर संदेश भी आया था और बताया गया था कि 10.59 मिनट पर उन्हें कोरोना का टीका लगाया जाएगा.
आजतक से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पहले जब उनकी पत्नी को इस बारे में जानकारी मिली तो वो थोड़ी चिंतित नजर आईं. लेकिन उन्हें समझाया कि मैं देश के मेडिकल सिस्टम पर भरोसा करता हूं. टीका लेने के बाद उन्हें आधे घंटे तक निरीक्षण कक्ष में बैठाया गया. फिलहाल वो पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वो इस घड़ी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि वो कोरोना टीका को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे. उन्होंने कहा कि कोरोना की वैक्सीन लेते हुए वो एक पल के लिए भी नर्वस नहीं थे. इस घड़ी के लिए काफी हेल्थ वर्कर्स ने अपनी जिंदगी को दांव पर लगाया है. मैं उन सभी प्रतिभागियों के हौसले का सम्मान करता हूं.
दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा को कोरोना का टीका लगाया गया है. हालांकि उन्हें यह टीका सांसद होने की वजह से नहीं बल्कि एक डॉक्टर होने की वजह से लगाया गया है.
डॉ. महेश शर्मा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि मैं सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को सैल्यूट करना चाहता हूं. आप सभी कोरोना वॉरियर्स हैं. मैं यह वैक्सीन ले रहा हूं जिससे मैं लोगों को बता सकूं कि हमने आज इतिहास रचा है. आप सब भी आगे आएं और कोरोना वैक्सीन लगवाएं. यह पूरी तरह सेफ है. मैंने कोरोना महामारी के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम किया है. शायद यही वजह है कि मैं डरा हुआ नहीं हूं. किसी और को भी नहीं डरना चाहिए. वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स ने सभी तरह से चेक करने के बाद ही वैक्सीन को मंजूरी दी है. इसलिए किसी को संदेह करने की आवश्यकता नहीं है.