इस देश में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पैसेंजर्स से रंगीन बैग लेकर यात्रा करने की अपील की, जानें वजह
रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट जैसी जगहों पर लगेज बैग के खोने या फिर अदला-बदली के मामले अक्सर आते रहते हैं. यात्रियों की भीड़ में इन्हें कंट्रोल करना वहां सुरक्षा देख रहे स्टाफ के लिए भी आसान नहीं होता, लेकिन इसे नियंत्रित करने के लिए अब जर्मनी में एक अजीबोगरीब पहल की जा रही है. इस पहल की चर्चा दुनियाभर में हो रही है. दरअसल, यहां एयरपोर्ट अथॉरिटी ने टूरिस्टों से कहा है कि वह अपने साथ रंगीन यानी रंग-बिरंगे लगेज बैग लेकर आएं. अधिकारियों का मानना है कि रंगीन बैग से एयरपोर्ट अटेंडेंट के लिए यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि कौन सा बैग किसका है. अभी अधिकतर बैग काले होते हैं और बैगों की भीड़ में कौन सा बैग किसका है, ये पता करना मुश्किल हो जाता है.
एयरपोर्ट पर जमा हैं 2 हजार से ज्यादा सूटकेस
फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे के प्रवक्ता थॉमस किर्नर ने बताया कि, “कई लोग पहियों वाले काले सूटकेस के साथ यात्रा करते हैं, जिससे किसी मुसीबत में बैग की पहचान करने में बहुत समय लगता है.” किर्नर के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों में सूटकेस खोने या छूटने के मामलों में कमी के बावजूद, यहां ऐसे सूटकेस की संख्या 4 अंकों से ऊपर पहुंच गई है जो गुम हुए या फिर मालिकों तक नहीं पहुंचे. उन्होंने बताया कि वर्तमान में फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर ऐसे करीब 2,000 सूटकेस पड़े हैं, जो अपने गंतव्य तक पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं.
पहले नाम और पता वाला लेबल लगाने को कहा था
इन सबके बीच फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट के प्रमुख स्टीफन शुल्ते का मानना था कि हाल के हफ्तों में काले सूटकेस की अधिक संख्या की वजह से एयरलाइंस और बैगेज हैंडलर दोनों के लिए काफी दिक्कतें आ रही हैं. सामान रखने के बाद एग्जिट के दौरान इनकी काफी अदला-बदली हो जा रही है. इससे निपटने के लिए एयरपोर्ट ने यात्रियों को पहले अपने सामान पर अपना नाम और एड्रेस वाला एक लेबल लगाने का सुझाव दिया था, लेकिन पुलिस ने इसे सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए इसे रोकने को कहा था. अब इस समस्या के समाधान के लिए यह तरीका निकाला गया है. बता दें कि एयरपोर्ट पर इस तरह की दिक्कत तब आ रही है, जब अभी कोरोना की वजह से यात्रियों का फ्लो बहुत कम है. अगर यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट के लिए स्थिति को संभालना और मुश्किल हो जाएगा.