अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कैलिफोर्निया में दस्तावेजों के सवालों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहीं ये बात ..
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आवास और निजी कार्यालय से कई गोपनीय दस्तावेज मिले हैं। इसको लेकर इन दिनों वो काफी परेशान चल रहे हैं। मीडिया लगातार उन्हें इस मामले में घेर रही है। जब उनसे गुरुवार को गोपनीय दस्तावेजों और आधिकारिक अभिलेखों की खोज के बारे में पूछा गया तो वो पत्रकारों पर भड़क गए। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यहां वहां कुछ नहीं मिलने वाला है। बाइडेन तूफान के कारण हुए नुकसान को देखने के लिए कैलिफोर्निया (California) गए थे। इसी दौरान उनसे दस्तावेजों को लेकर सवाल किया गया।
‘कर रहे हैं सहयोग’
मीडिया से बात करते हुए बाइडेन ने कहा कि कुछ दस्तावेज गलत जगह पर फाइल किए गए थे। इसलिए तुरंत उन्हें अभिलेखागार और न्याय विभाग को सौंप दिया गया। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि वो इस मामले में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और इसे जल्दी ही हल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि आपको यहां-वहां कुछ भी नहीं मिलने वाला है क्योंकि ऐसा कुछ नहीं है।”
मिले अहम दस्तावेज
दरअसल, व्हाइट हाउस ने खुलासा किया है कि बाइडेन के वकीलों को हाल के महीनों में चार मौकों पर गोपनीय दस्तावेज और आधिकारिक रिकॉर्ड मिले हैं। पहले 2 नवंबर को वॉशिंगटन में पेन बाइडेन सेंटर के कार्यालयों में और फिर 20 दिसंबर को राष्ट्रपति के विलमिंगटन स्थित आवास के गैरेज में दस्तावेज मिले थे। इसके अलावा, खोज के दौरान राष्ट्रपति के गृह पुस्तकालय में भी 11 और 12 जनवरी को महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले।
सवालों से नाराज हुए बाइडेन
अब ये मामला राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों पर भारी पड़ रहा है। अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने पिछले हफ्ते मैरीलैंड के पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी रॉबर्ट हूर को दस्तावेजों की जांच के लिए विशेष वकील के रूप में नियुक्त किया था। बाइडेन ने गुरुवार को कैलिफोर्निया में दस्तावेजों के सवालों पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि वो तूफान के नुकसान का सर्वे करने आए हैं और उनसे क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट के बारे में पूछकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार आखिर उनसे तूफान को लेकर सवाल क्यों नहीं पूछ रहे हैं?
वकीलों के निर्देश का पालन
बाइडेन को दस्तावेजों के चलते आलोचना का सामना करना पड़ा है। जनवरी की शुरुआत तक जनता को इसके बारे में सूचित नहीं किया गया था। उसके बाद धीरे-धीरे सभी को पता चल गया। इस पर राष्ट्रपति ने गुरुवार को कहा कि जनता को दस्तावेजों के बारे में कैसे और कब पता चला, इस पर उन्हें कोई पछतावा नहीं है। वो फिलहाल वकीलों के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।