ममता बनर्जी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ हमला करते हुए कहीं ये बड़ी बात ..
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ अपना हमला तेज करते हुए अंडमान और निकोबार के अनाम द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेताओं से करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 126वीं जयंती पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए ममता ने कहा कि आज कोई भी यह दावा कर श्रेय ले सकता है कि उसने शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप का नाम दिया है लेकिन, यह वैसा नहीं है। नेताजी ने यह बहुत पहले ही कर दिया था, जब वह सेल्युलर जेल का दौरा करने गए थे।
दरअसल, सोमवार को पराक्रम दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 21 द्वीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखा। 2018 में प्रधान मंत्री द्वारा रॉस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप कर दिया गया था। नील द्वीप और हैवलॉक द्वीप का भी नाम बदलकर शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप कर दिया गया था।
पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में पराक्रम दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “नेताजी ने देश के भविष्य के लिए योजनाएं बनाने के लिए योजना आयोग की परिकल्पना की थी। लेकिन दुर्भाग्य से, यह अब मौजूद नहीं है। आज कोई योजना नहीं है। क्या कोई मुझे बता सकता है क्यों? क्या मेरे पास दिमाग कम है? ऐसा नहीं हो सकता कि एक व्यक्ति सब कुछ समझेगा।’ पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए ममता ने कहा कि आज कोई भी यह दावा करके श्रेय ले सकता है कि उसने शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप को नया नाम दिया है लेकिन, नेताजी ने तो बहुत पहले सेल्युलर जेल के दौरे के दौरान ऐसा कर दिया था।
बनर्जी के बयान पर भाजपा ने भी निशाना साधा
प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष कर चुकी ममता के तेवरों पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को द्वीप का नाम देकर श्रेय लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। जो ये सब कह रहा है उसमें कांग्रेस का डीएनए है। क्या कांग्रेस या उसके डीएनए वाले लोगों को इस तरह की टिप्पणी करने का कोई नैतिक या राजनीतिक अधिकार है?”
उधर, टीएमसी सुप्रीमो ने विभिन्न केंद्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए केंद्रीय टीमों को राज्य में भेजने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के खिलाफ भी अपना विरोध तेज कर दिया है। ममता ने कहा, “यहां तक कि एक तिलचट्टे के काटने के लिए भी एक केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल भेजी जाती है। केंद्र सरकार ने पिछले कुछ महीनों में 50 से अधिक केंद्रीय दल राज्य में भेजे हैं। कितनों को उत्तर प्रदेश भेजा गया है? पश्चिम बंगाल को सीधे तौर पर बदनाम किया जा रहा है।’