जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके करीबी विनय सिंह समेत सरकारी गनर सहित 10 लोगों के खिलाफ लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में FIR दर्ज की गई है। सभी पर जमीन कब्जाने, धमकाने और एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इतना ही नहीं, शिकायतकर्ता पक्ष के खिलाफ FIR दर्ज करने के आरोप में एसएचओ उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना स्वास्तिका सिटी कॉलोनी के एक 20 फीट चौड़े सार्वजनिक रास्ते से जुड़ी है, जिसे पिछले 20 सालों से स्थानीय लोग इस्तेमाल कर रहे थे। शिकायतकर्ता कौशल तिवारी और अन्य कॉलोनीवासियों का कहना है कि विनय सिंह ने अपने प्लॉट के पास इस रास्ते पर ईंटों की दीवार खड़ी करके उसे बंद करने की कोशिश की। जब निवासियों ने इसका विरोध किया, तो विनय सिंह अपने सरकारी गनर और हथियारबंद साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और कॉलोनीवासियों को डराया-धमकाया।
आरोपों की पूरी डिटेल
विनय सिंह ने खुद को पूर्व सांसद धनंजय सिंह का करीबी बताते हुए उनके नाम का इस्तेमाल किया। उन्होंने फोन पर धनंजय सिंह से बात कराने की कोशिश की ताकि निवासियों पर दबाव बनाया जा सके। इस दौरान कथित तौर पर गंभीर धमकियां और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी बातें भी की गईं। पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे मामला सुर्खियों में आया।
पुलिस और FIR की कार्रवाई
शिकायत के आधार पर FIR में जमीन कब्जाने, धमकाने, दंगा करने, महिलाओं की गरिमा भंग करने और एससी-एसटी एक्ट जैसी धाराएं शामिल हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती कार्रवाई में, एसएचओ उपेंद्र सिंह की भूमिका पर सवाल उठे। कथित तौर पर जब पीड़ित शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे, तो एसएचओ ने उनकी सुनवाई नहीं की और उल्टे विनय सिंह की तहरीर पर कॉलोनीवासियों के खिलाफ FIR दर्ज कर दी। वीडियो वायरल होने और उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद, लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने एसएचओ उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।


