मध्य प्रदेश में अभी दो-तीन दिन तक बरसात से राहत के आसार नहीं
बंगाल की खाड़ी के पास बना कम दबाव का क्षेत्र और मानसून ट्रफ के गुना से होकर गुजरने से प्रदेश के अनेक स्थानों पर झमाझम बरसात का दौर जारी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक प्रदेश में अनेक स्थानों पर अभी 2-3 दिन तक रुक-रुक कर तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
इस दौरान शुक्रवार-शनिवार को जबलपुर, होशंगाबाद, भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभाग, सीहोर जिले में कहीं-कहीं भारी बरसात भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अभी तक प्रदेश में सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक बरसात हो चुकी है। गुरुवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक जबलपुर में 30.2, टीकमगढ़ में 5, शाजापुर में 4, इंदौर में 2.9, सागर में 1, उज्जैन में 0.6, सतना में 0.3, ग्वालियर और भोपाल में 0.2 मिमी. बरसात हुई।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के ओडिशा तट पर बना हुआ है। साथ ही इस सिस्टम के ऊपर एक चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है। मानसून द्रोणिका (ट्रफ) बीकानेर, जयपुर, गुना, उमरिया, पेंड्रा रोड, झारसुगड़ा से होते हुए ओडिशा तट पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त पूर्वी मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है।
साथ ही प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र पर पूर्वी-पश्चिमी हवा का टकराव हो रहा है। इन सिस्टम के कारण राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात हो रही है। इसी क्रम में शुक्रवार-शनिवार को जबलपुर, भोपाल, सीहोर, इंदौर, होशंगाबाद, उज्जैन, सीहोर में कहीं-कहीं भारी बरसात भी हो सकती है। शुक्ला के मुताबिक बरसात का यह सिलसिला रुक-रुक कर अभी 2-3 दिन तक जारी रहने का अनुमान है। इसके बाद बरसात की गतिविधियों में कुछ कमी आएगी।