ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर दिखना शुरू, जगह-जगह बसों और सवारियों को रोका
ट्रैफिक नियम संशोधन अधिनियम के कई प्रावधानों के खिलाफ आज यूनाइटेड फ्रंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (UFTA) ने एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया है. इस हड़ताल के चलते नोएडा और गाजियाबाद सहित दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में हजारों यात्रियों ने कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, हड़ताल की स्थिति में दिल्ली-एनसीआर के लोग मेट्रो की सवारी कर अपने गंतव्य स्थल तक पहुंच सकते हैं.
दरअसल, यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि में कई गुना वृद्धि करने वाले मोटर व्हीकल अधिनियम ने बड़े विवाद को जन्म दे दिया है. मोटर व्हीकल (संशोधन) अधिनियम 2019 को संसद ने पिछले सत्र में पारित किया और यह एक सितंबर से प्रभावी हो गया. जुर्माने की राशि इतनी ज्यादा है कि इसी सप्ताह एक ट्रक चालक और उसके मालिक को ओवरलोडिंग और कुछ अन्य नियमों के उल्लंघन पर दिल्ली में दो लाख रुपये का जुर्माना भरना पड़ा था. कई राज्यों ने यह कहते हुए इसे लागू ना करने का निर्णय लिया है कि इससे जनता पर अनुचित भार पड़ेगा.
यात्रियों का ‘दर्द’
हड़ताल के चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जम्मू-कश्मीर से अनामिका गुप्ता और उनका परिवार दिल्ली में इलाज करवाने आये हैं. अस्पताल जाना है. पैदल चलना उनके लिए काफी मुश्किल है. कोई गाड़ी स्टेशन पर नहीं मिली तो साइकिल रिक्शा कर के स्टेशन से बाहर जा रहे हैं, वहां जाकर बस या मेट्रो से जाएंगे.
लोगों की शिकायत है कि इस हड़ताल का फायदा उठाकर कुछ ऑटो चालक दोगुना तीन गुना किराया मांग रहे हैं. इसके अलावा हड़ताली कर्मचारी गली गलौज कर रहे हैं.
लखनऊ से आए 68 साल के वैज्ञानिक वीपी खरे ने दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उबर बुलाई थी. उबर आई, लेकिन हड़ताली लोगों ने उस मे बैठने नहीं दिया. उनको भी पैदल चलना पड़ा. इनके साथ 67 साल की पत्नी भी हैं.
नोएडा के थाना फेस-3 के सामने ट्रांसपोटरों ने डीटीसी की बसों को रोकना शुरू कर दिया है.
ट्रांसपोर्टर की हड़ताल का असर दिखना शुरू हो गया है. हड़तालियों ने जगह-जगह बसों और अन्य सवारियों को रोका.
देश में चालान पर घमासान
– नोएडा में चालान कटने के बाद युवक की हार्ट अटैक से मौत
– दिल्ली में चालान कटने के बाद शख्स ने अपनी बाइक को आग लगाई
– पटना में चालान काटने के दौरान पुलिस से साथ लोगों की मारपीट
– बक्सर में चालान के मुद्दे पर हंगामे के बाद दरोगा सस्पेंड
– देश के अलग-अलग हिस्सों में चालान पर पुलिस के साथ झड़प
नए ट्रैफिक नियम के बाद यहां वसूली गई सबसे ज्यादा जुर्माना राशि
– गुरुग्राम में 5 हजार की स्कूटी का 23 हजार का चालान कटा
– दिल्ली में एक ट्रक ड्राइवर का 2,00,500 चालान कटा
– दिल्ली में ही एक ट्रक का 1,41,700 का चालान कटा
– दिल्ली में ई रिक्शा का 27,000 का चालान कटा
– देहरादून में एक टेंपो ड्राइवर का 10,000 का चालान कटा
– हरियाणा में ऑटो रिक्शा ड्राइवर का 32,500 का चालान कटा
– गुरुग्राम में ट्रैक्टर ड्राइवर का 59,000 का चालान कटा
दिल्ली-NCR में हड़ताल की वजह
1. मोटर व्हीकल एक्ट 2019 में बदलाव की मांग
2. बढ़े हुए चालान की राशि को कम करने की मांग
3. इनकम टैक्स के एक्ट 44 को वापस लेने की मांग
((अनुमाति आय के आधार पर टैक्स का आकलन))
4. व्यवसायिक वाहन चालकों के लिए बीमा और मेडिकल सुरक्षा की मांग
5. दिल्ली में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के निजीकरण का विरोध
नए मोटर व्हीकल एक्ट में कई गुना तक बढ़ी जुर्माने की राशि को लेकर दिल्ली-एनसीआर में ट्रांसपोर्टरों के 51 संगठनों ने हड़ताल की घोषणा की है.
ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर स्कूलों ने छुट्टी का ऐलान किया है.
कई अभिभावकों को अपने बच्चों के स्कूलों से मैसेज मिला है कि आज शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे.