गैर संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अब तक 90 आशा प्रशिक्षित
- एनसीडी माड्यूल पर हो रहा प्रशिक्षण कार्यक्रम
बाराबंकी । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत नॉन कम्युनिकेबल डिजीज ( एनसीडी) माड्यूल आशाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है | जिला महिला चिकित्सालय में चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में आज चौथे दिन सुरतगंज ब्लाक की 30 आशा समेंत अब तक कुल 90 आशाओं को प्रशिक्षत किया गया। एनसीडी नोडल अधिकारी डा महेन्द्र सिंह ने बताया प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान आशाओं को गैर संचारी रोगों एवं सीबैक फार्म भरने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है।
जिला सामुदायिक प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) सुरेन्द्र कुमार ने बताया चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत माड्यूल पर गैरसंचारी रोगों जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर की रोकथाम व उसके उचित उपाय के बारे में आशाओं को प्रशिक्षिण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया प्रशिक्षण के बाद आशा अपने क्षेत्र के प्रत्येक घर का फैमिली फोल्डर भरने का कार्य करेगी । इस फोल्डर में 30 वर्ष के सभी लोगों का सीबैक फार्म भरने का काम करेंगी। उसके बाद सभी लोगों का डाटा एनसीडी पोर्टल पर आनलाइन किया जायेगा।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.महेन्द्र सिंह ने बताया कि पिछले कुछ सालों में गैरसंचारी रोगों जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर, मानसिक रोग आदि से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ी है। रोगों की स्क्रीनिंग और इलाज के लिए सभी जिलों में चयनित पीएचसी और सीएचसी को अपग्रेड कर आयुष्मान भारत के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनाया जा रहा है। इन्हें गैरसंचारी रोगों की स्क्रीनिंग और जांच की सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। वर्तमान में जनपद के आरएसघाट, रामनगर सीएचसी समेंत 3 अन्य उपकेन्द्र व जिला अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक सक्रिय रूप से चल रहा हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मानक अनुसार 1000 की आबादी पर 30 वर्ष से अधिक की उम्र के लगभग 37 प्रतिशत लोग होते हैं। यह कार्यक्रम इसी 37 प्रतिशत लक्षित आबादी को नि:शुल्क जांच एवं गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रयासरत है। साथ ही कार्यक्रम के अंतर्गत स्वस्थ जीवन शैली और खान-पान संबंधी परामर्श पर भी जोर दिया जाएगा।